नोएडा की सीजफायर फैक्ट्री में काम करने वाले युवक के कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद जांच में उसके परिवार के पांच सदस्य भी संक्रमित पाए गए हैं. रिपोर्ट में युवक के माता-पिता,भाई-बहन और पत्नी को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. बरेली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा विनीत शुक्ला ने बताया कि आज सुबह आई रिपोर्ट के मुताबिक एक ही परिवार के पांच लोग कोरोना पॉजिटिव है. डा शुक्ल ने बताया कि युवक के रिहायशी इलाके सुभाषनगर में एक किलोमीटर दायरे के सभी घरों में रहने वालों की जांच के लिये नौ टीमें लगाई गई हैं.
कई घरों में लोगों की जांच की जा चुकी है. संक्रमित युवक के संपर्क में आने वालों की भी जांच होगी. इसके अलावा बरेली रेलवे जंक्शन के आसपास, ओवरहेड वॉटर टैंक, सरन अस्पताल, मेंधांश हॉस्पिटल, एचडीएफसी बैंक, रामगंगा अस्पताल, इंदिरापुरम कॉलोनी, रामलीला ग्राउंड, पाराशरी हाउस गहन निगरानी में हैं.
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गौरतलब है कि दो दिन पहले नोएडा की सीजफायर उपकरण बनाने की फैक्ट्री में काम करने वाले व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने आनन-फानन में व्यक्ति के घर को सेनेटाइज किया था साथ ही क्षेत्र को भी सेनेटाइज किया गया था.
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वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की शीघ्र पहचान करने के लिए अब 13 स्थानों पर इसकी जांच की जा सकेगी. जिन 13 प्रयोगशालाओं को कोरोना रोगियों की जांच करने के लिए अधिकृत किया गया है उनमें से पांच सरकारी प्रयोगशालाएं है. दिल्ली में 8 प्राइवेट प्रयोगशालाओं और अस्पतालों को भी कोरोना टेस्ट करने की इजाजत दी गई है. कोरोना वायरस की जांच कर रहे सरकारी अस्पतालों में एम्स, राममनोहर लोहिया, लेडी हाडिर्ंग मेडिकल कॉलेज, आईएलबीएस और आर्मी अस्पताल रिसर्च एवं रेफरल शामिल हैं. उधर, ग्रेटर नोएडा स्थित एक निजी अस्पताल को मंगलवार को जिला प्रशासन ने सील कर दिया. अस्पताल पर आरोप है कि उसने अपने यहां दाखिल एक कोरोना पॉजिटिव की सूचना जिला प्रशासन को नहीं दी थी. जिला प्रशासन सूत्रों ने आईएएनएस से को बताया कि संजीवनी अस्पताल को फिलहाल 48 घंटे के लिए सील किया गया है.
Source : Bhasha