समाजवादी पार्टी में रविवार को कई नेता शामिल हुए. आजमगढ़ के पूर्व सांसद रमाकांत यादव ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी ज्वाइन की. ये वही रमाकांत यादव हैं जिन्होंने 2014 में मुलायम सिंह यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा था. रमाकांत यादव के बेटे आजमगढ़ की फूलपुर सीट से बीजेपी के विधायक हैं.
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अंबेडकरनगर के 8 जिला पंचायत सदस्यों ने भी समाजवादी पार्टी ज्वाइन की है. पूर्व सांसद फूलन देवी की बहन रुक्मणी निषाद की बहन ने भी समाजवादी पार्टी ज्वाइन की है. इस मौके पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाले वक्त में और भी कई नेता समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि 20122 में सबकी मदद मिल गई तो बीजेपी को हराने में मदद मिलेगी.
फूलन देवी सपा से बनी थीं सांसद
11 साल की उम्र में ही फूलन देवी की शादी काफी बड़े उम्र के आदमी से हो गई थी. एक गाय की कीमत पर फूलन का सौदा हो गया था. फूलन देवी का पति उन्हें बरसों तक मारता पीटता था. 18 साल की उम्र में फूलन देवी के साथ गैंगरेप हुआ था. बेरहमी के साथ फूलन को दो हफ्तों तक बंधक बना कर रखा गया था. इस घटना के बाद फूलन को न्याय नहीं मिला तो वह बागी बन गईं.
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उन्होंने डकैतों का एक ग्रुप ज्वाइन किया और उनके ग्रुप में शामिल होकर उनकी मुखिया बन गईं. 1981 में फूलन देवी उसी गांव में वापस लौटीं जहां उनके साथ गैंगरेप हुआ था. फूलन देवी ने गांव के 22 लोगों को गोलियों से भून डाला. फूलन देवी इस कांड के बाद चर्चा में आ गईं. कई बड़े अपराधों के बाद फूलन देवी सरेंडर करने के लिए राजी हो गईं.
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उनकी शर्त थी कि उनके गैंग के किसी भी मेंबर को फांसी नहीं दी जाएगी. 1996 में फूलन देवी को समाजवादी पार्टी ने मिर्जापुर से लोकसभा का टिकट दिया. 25 जुलाी 2001 को तीन नकाबपोशों ने फूलनदेवी को उनके दिल्ली के घर के बाहर गोली मार कर हत्या कर दी.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो