उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत हासिल किया है. पार्टी ने यूपी की 403 सीटों में से 273 पर जीत हासिल की है. हालांकि इस बीच बीजेपी के कुछ बड़े चेहरों को हार का मुंह भी देखना पड़ा है. बीजेपी के ऐसे ही एक नेता संगीत सोम हैं, जिनको मेरठ की सरधना सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया था. संगीत सोम सरधना से ही दो बार बीजेपी के विधायक रह चुके हैं, लेकिन इस बार समाजवादी पार्टी के अतुल प्रधान ने उनका विजयरथ रोक दिया है. अपने भाषणों और बयानों से हमेशा चर्चा में रहने वाले संगीत सोम एक बार फिर चर्चा में हैं. संगीत सोम ने सपा नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि सपाई किसी तरह की गलतफहमी में न रहें, क्योंकि शपथ ग्रहण समारोह के बाद बाबा का बुल्डोजर और संगीत सोम का डंडा दोनों चलेंगे.
सपा के अतुल प्रधान ने 18,200 वोटों से चुनाव हरा दिया
संगीत सोम रविवार को क्षेत्र के एक गांव खेड़ा में एक सभा को संबोधित कर रहे थे. आपको बता दें कि संगीत सोम 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगे को लेकर काफी चर्चा में रहे थे. संगीत सोम को इस बार सपा के अतुल प्रधान ने 18,200 वोटों से चुनाव हरा दिया है. लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए संगीत सोम ने कहा कि हालांकि मैं इस बार चुनाव हार गया हूं, लेकिन विरोधी यह न समझें कि मैं कमजोर हो गया हूं...मैं फिर से एक नए जोश के साथ लोगों की बेहतरी के लिए काम करुंगा. बीजेपी नेता ने कहा कि वह अपनी पार्टी के साथ मिलकर प्रदेश से गुंडों और माफियाओं की जड़े उखाड़ने का प्रयास जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि सरधना में किसी तरह की जातिगत राजनीति नहीं होनी चाहिए. सोम ने कहा कि कुछ नेता अपने राजनीतिक फायदे के लिए जाति आधारित राजनीति करना चाह रहे हैं, लेकिन हमें उनको कामयाब नहीं होने देना है.
सपा विधायक अतुल प्रधान का पलटवार
वहीं, सरधना विधायक और समाजवादी पार्टी के नेता अतुल प्रधान ने संगीत सोम के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कुछ नेताओं को यह सीखने की जरूरत है कि हार को कैसे पचाया जाता है. प्रधान ने कहा कि ऐसे नेता किसी तरह का भ्रम न पालें, क्योंकि मैं चुनाव हारने के समय भी उतना ही ताकतवार था, जितना की आज चुनाव जीतने के बाद.
Source : News Nation Bureau