बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व सांसद धनंजय सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मल्हनी (जौनपुर) विधानसभा सीट पर उपचुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, जिसके साथ इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है. समाजवादी पार्टी ने स्वर्गीय पारसनाथ यादव के बेटे लकी यादव को मैदान में उतारा है, जबकि बसपा ने 3 नवंबर को होने वाले इस उपचुनाव के लिए जेपी दुबे को मैदान में उतारने के साथ ब्राह्मण कार्ड खेलने का फैसला किया.
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भारतीय जनता पार्टी ने अभी अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है. वहीं धनंजय ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है. पहले ऐसी जानकारी सामने आ रही थी कि उन्हें निषाद पार्टी द्वारा मैदान में उतारा जाएगा और भाजपा उनका समर्थन करेगी. हालांकि, भाजपा धनंजय की उम्मीदवारी के लिए सहमत नहीं हुई, जिसके बाद निषाद पार्टी ने भी फैसला वापस ले लिया.
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धनंजय से संपर्क किए जाने पर उन्होंने कहा, मैं निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने जा रहा हूं. तैयारियां जोरों पर हैं. उन्होंने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने भाजपा से टिकट मांगा था और निषाद पार्टी उन्हें सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारने की कोशिश कर रही है. माफिया डॉन और राजनेता ने 2002 में जौनपुर की रारी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव जीता था और 2007 में जद (यू) के टिकट पर सीट बरकरार रखी थी.
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साल 2009 में उन्होंने इस सीट पर अपने पिता को खड़ा कर जीत सुनिश्चित की, जबकि वे खुद बसपा में शामिल हो गए और जौनपुर से संसदीय चुनाव जीते. साल 2017 में धनंजय ने निषाद पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन समाजवादी पार्टी के पारसनाथ यादव ने सीट जीत ली, जबकि धनंजय दूसरे स्थान पर रहे. पारसनाथ यादव का इस साल जून में निधन हो गया और समाजवादी पार्टी ने उनके बेटे लकी यादव को सीट पर अपना उम्मीदवार बनाया है.
Source : IANS