समाजवादी पार्टी में मुलायम परिवार में छिड़े गृह युद्ध के चलते साइकिल पर सवार नेता अब धीरे-धीरे साइकिल से उतरने लगे हैं। इसी क्रम में सपा के दो घोषित उम्मीदवारों ने शनिवार को भाजपा का दामन थाम लिया।
वहीं रविवार को बसपा मुखिया के जन्मदिन पर सपा नेता व पूर्व विधायक खुर्शीद अहमद साइकिल का हैंडिल छोड़ बसपा के हाथी पर सवार हो गए।
छावनी लाइन स्थित अपने कार्यालय पर सपा के पूर्व विधायक खुर्शीद अहमद ने बसपा में शामिल होने का एलान किया। इस मौके पर पूर्व विधायक खुर्शीद अहमद ने कहा कि सपा सिर्फ मुसलमानों को बरगला रही है। खासकर पिछड़े, दलित मुसलमानों को वह सिर्फ अपना वोट बैंक मानती है। उसकी नीति और नीयत में खोट है। उसका लाभ सांप्रदायिक ताकतों को मिल रहा है।
लिहाजा जरूरी है कि सर्वसमाज की अगुवाई करने वाली बसपा को मजबूत किया जाए।
उनके अलावा युवा कांग्रेस के नगर अध्यक्ष मसूद हाशमी, मदरसा एसोसिएशन फाउंडेशन के अध्यक्ष मौलाना हैदर, मोहम्मद आरिफ, हाफिज नजरे आलम, मोहम्मद तनवीर रजा, असलम, उर्दुर्हमान, आरिफ खां सहित कांग्रेस के मोहम्मद फैयाज खां, एजाज शाह, तुफैल शाह, फरमान शाह के अलावा भाजपा के अजय तिवारी आदि ने बसपा की सदस्यता ग्रहण की।
Source : IANS