दिल्ली के तमाम बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हजारों किसान तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं. शुक्रवार को किसानों और केंद्र सरकार के बीच बातचीत का आठवां दौर भी बेनतीजा रहा. इसी बीच उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर केंद्र सरकार से नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग उठाई है.
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मायावती ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, "काफी समय से दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलन कर रहे किसानों व केन्द्र सरकार के बीच वार्ता कल एक बार फिर से नाकाम रही, जो अति-चिन्ता की बात है. केन्द्र से पुन: अनुरोध है कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की किसानों की मांग को स्वीकार कर इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान करें."
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बताते चलें कि मायावती ने इससे पहले लिखा था, ''केंद्र सरकार को अभी हाल ही में देश में लागू तीन नए कृषि कानूनों को लेकर आन्दोलन कर रहे किसानों के साथ हठधर्मी वाला नहीं बल्कि उनके साथ सहानुभूतिपूर्ण रवैया अपनाकर उनकी मांगों को स्वीकार करके, उक्त तीनों कानूनों को तत्काल वापस ले लेना चाहिए.'' किसानों ने शुक्रवार को स्पष्ट भाषा में कहा कि कानून वापसी होगी, तभी घर वापसी होगी.
Source : News Nation Bureau