उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित लुलु मॉल ( LuLu Mall ) में नमाज अदा करने वाले चार युवकों की पहचान हो गई है. चारों युवकों को लखनऊ पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है. सभी आरोपी मुस्लिम बताए गए हैं. ये पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बताए जा रहे हैं. गौरतलब है कि इन्होंने गुट बनाकर लुलु मॉल के अंदर नमाज पढ़ी थी. इस दौरान उनका वीडियो वायरल हो गया. इस मॉल का दस दिन पहले ही उद्धाटन किया गया था. 10 जुलाई को खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसका उद्घाटन किया था. मगर लुलु मॉल के उद्घाटन के चार दिन बाद ही मॉल में नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आया. इसके बाद कोहराम मच गया. हिंदू संगठनों ने कहा कि मॉल में नमाज हुई है. हनुमान चालीसा भी होगी. अब सीसीटीवी फुटेज के आधार कहा जा रहा है कि नमाज के पीछे कोई गहरी साजिश थी.
लुलु मॉल में नमाज पढ़ने वाले आरोपियों में से पुलिस ने चार को हिरासत में ले लिया है उनसे सघन पूछताछ हो रही है इन चार में से तीन आरोपियों के नाम है
रहमान, रिजवान और लुकमान. पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों से पूछताछ हो रही है कि क्या इन्होंने किसी प्लानिंग के तहत साजिश के तहत लुलु मॉल में नमाज पढ़ी थी. उनके बाकी साथी कहां है शुरुआती पूछताछ में जो बात सामने आई है, उसके मुताबिक इनमें से अधिकांश आरोपी लखनऊ के बाहर के जिलों के थे. इस पूरे प्रकरण पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बेहद नाराजगी जताई है और उन्होंने कहा है कि लुलु मॉल पर जो लोग राजनीति कर रहे हैं. उनके खिलाफ पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और अगर पुलिस प्रशासन ऐसा करने में नाकाम होता तो सरकार उन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी.
अब तक पुलिस जांच में यह सामने आया है कि जिन लड़कों ने मॉल में नमाज पढ़ी, वे पैदल ही शॉपिंग मॉल में दाखिल हुए थे. हिंदू संगठनों ने नमाज को लेकर कड़ी आपत्ति जताई. वहीं अखिल भारतीय हिंदू महासभा का आरोप है कि लुलु मॉल में लव जेहाद को बढ़ावा मिल रहा है. इस पर लुलु मॉल ने सफाई देते हुए कहा कि हमारे यहां 80 फीसदी कर्मचारी हिंदू है और बाकी 20 फीसदी में मुस्लिम समेत बाकी धर्म के हैं.
HIGHLIGHTS
- 10 जुलाई को खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मॉल का उद्घाटन किया
- कहा जा रहा है कि नमाज के पीछे कोई गहरी साजिश थी