Advertisment

उत्तर प्रदेश के शामली में दो अलग-अलग मुठभेड़ में चार बदमाश गिरफ्तार

शामली जिले में दो अलग-अलग मुठभेड़ के बाद लूट के कई मामलों में वांछित चार बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने कहा कि रविवार को हुई मुठभेड़ों में ये चारों बदमाश घायल हो गए और अभी एक अस्पताल में हैं.

author-image
Sushil Kumar
एडिट
New Update
Arrested

प्रतीकात्मक फोटो( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

शामली जिले में दो अलग-अलग मुठभेड़ (Encounter) के बाद लूट के कई मामलों में वांछित चार बदमाशों को गिरफ्तार (Arrest) किया गया है. पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने कहा कि रविवार को हुई मुठभेड़ों में ये चारों बदमाश घायल हो गए और अभी एक अस्पताल में हैं. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एक मुठभेड़ शामली जिले के कैराना जबकि दूसरी मुठभेड़ शामली कस्बे में हुई. ये दोनों मुठभेड़ अलग-अलग समय पर हुईं. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ के दौरान एक पुलिसकर्मी को भी गोली लगी है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस के अनुसार गिरफ्तार लोगों की पहचान शिवम, सुशील, अमित और अमन कुमार के रूप में हुई है. ये सभी लूट के मामलों में वांछित थे. पुलिस अधीक्षक ने इस अभियान में शामिल पुलिस टीमों को 25000 रुपये के इनाम की की घोषणा की है. 

यह भी पढ़ें- शिवसेना ने CM योगी पर साधा निशाना, कहा- कानपुर मुठभेड़ ने 'एनकाउंटर स्पेशलिस्ट' यूपी सरकार की खोल दी पोल 

6 बीघा जमीन के विवाद ने करवाया पूरा खेल

कानपुर एनकाउंटर के बाद यूपी में ही शामली में पुलिस-बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई. पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं दूसरी तरफ कानपुर एनकाउंटर के कारणों का पता चल गया है. यूपी पुलिस लगातार गुत्थी सुलझाने में लगी है. 6 बीघा जमीन 8 पुलिसकर्मियों के शहादत का कारण बनी. पारिवारिक कलह के चलते 8 पुलिसर्मियों की निर्मम हत्या हुई. गैंगस्टर विकास दुबे और उसके बहनोई राहुल तिवारी के बीच ग्राम पंचायत की 6 बीघा जमीन के विवाद के चलते खूनी मुठभेड़ देखने को मिली. जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए. इस घटना के बाद गैंगस्टर विकास दुबे की शिकायत करने वाला राहुल तिवारी परिवार समेत लापता है. 

यह भी पढ़ें- कानपुर हत्याकांड: गैंगस्टर विकास दुबे पर ढाई लाख का इनाम घोषित, तलाश में जुटीं पुलिस की कई टीमें

तत्कालीन थानाध्यक्ष विनय तिवारी जांच के लिए विकास दुबे के पास गए थे

बता दें कि मोहनी निवादा गांव का रहने वाला राहुल तिवारी ने घनश्यामपुर ग्राम पंचायत की 6 बीघा ज़मीन को लेकर चल रहे विवाद के चलते दुबे के खिलाफ अपहरण का प्रयास, जानलेवा हमले की शिकायत चौबेपुर थाने में की थी. 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के एक दिन पहले तत्कालीन थानाध्यक्ष विनय तिवारी जांच के लिए विकास दुबे के पास गए थे. विकास दुबे ने अपने घर पर थानाध्यक्ष के साथ मारपीट की और उनपर बंदूक भी तानी. हालांकि अपने साथ हुई बदसलूकी की घटना की जानकारी विनय तिवारी ने वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी. विनय तिवारी पर पुलिस रेड से पहले विकास दुबे को कथित सूचना के आरोप में उसे सस्पेंड भी कर दिया है. एसटीएफ उनसे लगातार पूछताछ कर रही है. वहीं कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि घटना के बाद से शिकायतकर्ता राहुल तिवारी भी अपने परिवार के साथ लापता है. उसकी तलाश भी की जा रही है.

Uttar Pradesh encounter Shamli Arrest
Advertisment
Advertisment