गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) तेजी से अपने पांव पसार रहा है. बीते 24 घंटे में आई कोविड-19 की जांच रिपोर्ट में 49 नए लोगों पॉजिटिव पाये गए है. वहीं, कोरोना संक्रमण से एक की मौत हो गई. अब मरीजों की संख्या 1419 हो गई है, जबकि कोरोना वायरस से संक्रमण की वजह से मरने वालों की संख्या 19 हो चुकी है. बीते 24 घंटे में 162 स्वास्थ्य हो अपने घर जा चुके हैं. अबतक कोरोना को मात 823 मरीज स्वास्थ्य हो चुके हैं. प्रदेश (Uttar pradesh) की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में 577 मरीजों का इलाज जिले के कोविड अस्पतालों में चल रहा है. जिला प्रशासन तमाम कोशिशों के बावजूद बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने नाकामयाब सिध्द हुआ है. यही कारण है कि वर्तमान समय में प्रदेश में अब सबसे अधिक मरीज गौतमबुद्ध नगर में हैं.
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रविवार को 49 मरीजों की पुष्टि की गई
बीते 24 घंटे में एक की मौत हुई है, वहीं रविवार को 49 मरीजों की पुष्टि की गई. अब मरीजों की संख्या 1419 हो गई है. वर्तमान में 577 मरीजों का इलाज जिले के कोविड अस्पतालों में चल रहा है. जिलें में अब तक कोरोना संक्रमण से 19 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रदेश की रिपोर्ट के अनुसार जिले से एक दिन में 162 मरीजों को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने अलग-अलग स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर 500 से अधिक मरीजों की स्वास्थ्य जांच की हैं. कोरोना का संक्रमण गांवों में तक न पहुंचे इसके लिए गांवों में संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए यमुना प्राधिकरण अपने अधीन गांवों में सेनेटाइजेशन अभियान चलाए हुए है. प्राधिकरण के अधीन 96 गांव हैं. इन गांवों में सेनेटाइजेशल अभियान चल रहा है.
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गांवों में सेनेटाइजेशन का अभियान चल रहा
प्राधिकरण ने गांवों को सेक्टरों में बांट दिया है. सेक्टरों के हिसाब से कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है. प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि संक्रमण से बचाने के लिए गांवों में सेनेटाइजेशन का अभियान चल रहा है. रोजाना यह काम होता है. रोस्टर बना हुआ है. इसी के अनुसार गांवों में सेनेटाइजेशन अभियान चल रहा है. रोस्टर के हिसाब से गांव को सेनेटाइज किया जा रहा है. अगर किसी गांव में कोरोना का केस निकल आता है तो उस गांव को प्राथमिकता पर ले लिया जाता है. वहां पर यह अभियान चला दिया जाता है.