उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में स्वामी चिन्मयानंद से रंगदारी मांगने के आरोप में छात्रा को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. एक दिन पहले ही मामले की जांच कर रही एसआईटी ने उसे हिरासत में लिया था. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह ने बताया, स्वामी चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाले लॉ की छात्रा को एसआईटी (SIT) ने कथित तौर पर रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित की गई एसआईटी के प्रमुख नवीन अरोड़ा (SIT Chief Naveen Aroda) के मुताबिक, चिन्मयानंद को ब्लैकमेल करने में छात्रा की भी संलिप्तता सामने आई है.
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एक दिन पहले यानी मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच कर रही एसआईटी (SIT) ने स्वामी चिन्मयानंद (Swami Chinmyanand) से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में आरोपी छात्रा (SS Law College LLM Student) को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. छात्रा से यौन उत्पीड़न (Rape and Sexual Harassment) के आरोप में एसआईटी स्वामी चिन्मयानंद को जेल भेज चुकी है.
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छात्रा से पूछताछ के दौरान उसके पिता और भाई भी मौजूद रहे. एसआईटी (Special Investigation Team) ने मामले में गिरफ्तार दो आरोपी विक्रम और सचिन को रिमांड पर भी लिया है और दोनों को राजस्थान ले जाने की तैयारी में है. एसआईटी (SIT) राजस्थान में फेंके गए मोबाइल को लेकर दोनों से पूछताछ करेगी. रंगदारी मांगने के आरोप में संजय सिंह, विक्रम सिंह और सचिन सेंगर को पहले ही जेल भेजा जा चुका है. शाहजहांपुर कोतवाली में चिन्मयानंद ने पांच करोड़ रुपये रंगदारी मांगने का केस दर्ज कराया था.
Source : आईएएनएस