मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में अगले साल जनवरी में होने वाले ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-23 (जीआईएस) के पहले ही विदेशी निवेशक आने लगे हैं। प्रदेश में पहली बार ग्रीन एनर्जी सेक्टर में बड़ी संख्या में निवेश आ रहा है और दो कंपनियां 19 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने वाली हैं। इसमें ग्रीनको ग्रुप 13 हजार करोड़ और जेएसडब्ल्यू ग्रुप 59 सौ करोड़ रुपए का निवेश कर रही है। पिछले छह महीने में प्रदेश में परंपरागत उद्योगों के साथ राइजिंग सेक्टर्स में बड़े पैमाने पर निवेश हो रहा है और 55 कंपनियों ने 45 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव दिए हैं। इसमें कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ने विभिन्न सेक्टर में निवेश की इच्छा जताई है। जेएसडब्ल्यू ग्रुप ने 59 सौ करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव दिए हैं। ग्रीनको और जेएसडब्ल्यू ग्रुप ग्रीन एनर्जी सेक्टर में निवेश कर रहे हैं। इसके अलावा कॉसिस ग्रुप ग्रीन मास ट्रांजिट सेक्टर में निवेश करेगी। वरुण बेवरेजेज ने चार प्लांट लगाने के लिए 36 सौ करोड़ रुपए जेके पेंट्स ने 600 करोड़ और केवान डिस्टलरीज पांच सौ करोड़ रुपए का निवेश कर रही है।
जल्द दो अन्य डेटा सेंटर पर कैबिनेट में लगेगी मुहर
पिछले पांच वर्षों में सबसे ज्यादा निवेश आईटी और इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर में 94,632 करोड़ रुपए का हुआ है। ऐसे ही 19,970 करोड़ रुपए के डेटा सेंटर कुल सात निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जिनमें से छह डेटा सेंटर पार्क बनेंगे और एक डेटा सेंटर यूनिट स्थापित होगी। अब तक कुल सात में से पांच प्रस्तावों को मंजूरी दी जा चुकी है। जल्द ही दो अन्य डेटा सेंटर पर कैबिनेट में मुहर लगेगी।
इन टॉप टेन सेक्टर्स में हुआ सबसे ज्यादा निवेश
प्रदेश में अब तक हुए सभी ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में सबसे ज्यादा आईटी और इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर में 94,632 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है। इसके बाद इंफ्रास्ट्रक्चर और हाउसिंग में 34,784 करोड़, मैन्यूफैक्चरिंग में 22,181 करोड़, कृषि और उससे जुड़े उद्योगों में 20,955 करोड़, सौर ऊर्जा में 17,281 करोड़, टेक्सटाइल में 7058 करोड़, हेल्थ केयर और फार्मास्यूटिकल्स में 4,313 करोड़, टूरिज्म और हास्पिटलिटी में 2,618 करोड़, डिफेंस और एयरोस्पेश में 1,770 करोड़ और वेयर हाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स में 1,295 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है।
Source : Avinash Singh