उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक 23 वर्षीय व्यक्ति ने कथित तौर पर चार लोगों द्वारा यौन उत्पीड़न किए जाने के कुछ घंटों बाद आत्महत्या कर ली. पुलिस अधिकारियों ने मामले में ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि, पीड़ित सोशल मीडिया के जरिए एक आरोपी को जानता था. पुलिस अधीक्षक (उत्तर) जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक, पीड़ित की करण (उर्फ आशुतोष मिश्रा) से एक महीने पहले ऑनलाइन दोस्ती हुई थी. इसके बाद करण ने उसे चिलुआताल स्थित अपने घर बुलाया था.
गुरुवार को करण कथित तौर पर पीड़ित को रेल विहार के एक होटल में ले गया, जहां उसके तीन सहयोगी भी उनके साथ शामिल हो गए. पुलिस ने कहा कि चारों लोगों ने पीड़ित को बंधक बना लिया, उसका यौन उत्पीड़न किया और उसे बेल्ट से पीटा. उन्होंने कथित तौर पर हमले की रिकॉर्डिंग भी की और धमकी दी कि अगर पीड़ित ने उन्हें पैसे नहीं दिए तो वे इसे ऑनलाइन पोस्ट कर देंगे.
पीड़ित के पैसों से खरीदी बीयर
एसपी श्रीवास्तव ने आगे कहा कि, आरोपी ने पीड़ित के फोन का इस्तेमाल यूपीआई के जरिए पैसे ट्रांसफर करने और बीयर खरीदने के लिए भी किया था.
पीड़ित ने कथित तौर पर शाहपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करने का प्रयास किया, लेकिन अधिकार क्षेत्र के मुद्दों के कारण, तुरंत एफआईआर दर्ज नहीं की गई. अप्राकृतिक अपराध, जबरन वसूली, आपराधिक धमकी और अन्य प्रासंगिक आरोपों से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत शुक्रवार को अंततः मामले में एक प्राथमिकी दर्ज की गई.
परिवार वालों ने पुलिस को किया सूचित
गौरतलब है कि, घटना की रात पीड़ित ने अपने भतीजे से बात की और फिर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. शनिवार सुबह उसके परिवार को उसका शव मिला और फिर परिवार वालों ने पुलिस को मामले की इत्तला दी.
पुलिस ने तीन आरोपियों करण उर्फ आशुतोष मिश्रा (26), देवेश राजनंद (24) और अंगद कुमार (21) को गिरफ्तार कर लिया है. चौथे संदिग्ध मोहन प्रजापति (20) को पकड़ने के लिए तलाश जारी है.
Source : News Nation Bureau