गोरखपुर में गर्मी का सितम बीते एक माह से लगातार जारी है. लोग चाहे घर के बाहर हों या फिर अंदर, भीषण गर्मी की वजह से बेचैन हो गए हैं. गर्मी की वजह से अब ताल पोखरे भी सूख रहे हैं. हर कोई अब बारिश की कामना कर रहा है. पूरा पूर्वांचल इस समय गर्मी के प्रकोप से तप रहा है. पारा 42 डिग्री से नीचे पिछले कई हफ्तों से नहीं आया है. आम हो या खास, हर कोई इस गर्मी की वजह से परेशान है. सड़कों पर सुबह 11:00 बजे के बाद सन्नाटा सा पसर जा रहा है और बेहद जरूरी होने पर ही लोग अपने घरों से निकल रहे हैं. हालांकि गर्मी से बचने के लिए बाजार में नारियल पानी, आम पना, सत्तू, बेल का शरबत, सॉफ्ट ड्रिंक जैसी तमाम चीजें मौजूद हैं लेकिन यह भी लोगों को कुछ क्षणों के लिए ही राहत दे पा रही हैं.
गोरखपुर में गर्मी का सितम कैसा है यह यहां के रामगढ़ ताल को देखकर आप खुद समझ सकते हैं. उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े तालों में से एक रामगढ़ ताल पहली बार सूख रहा है. ताल के अंदर अनेक छोटे-छोटे टापू नजर आ रहे हैं और किनारे के इलाकों पर ताल के अंदर सूखी फटी हुई जमीन दिखाई दे रही है. गोरखपुर के लोगों का कहना है कि प्रचंड गर्मी के साथ-साथ बिजली कटौती ने भी मुश्किलें काफी बढ़ा दी है. बाहर निकलने पर आसमान से बरस रही आग से उन्हें जूझना पड़ रहा है और घर में घण्टों तक हो रही बिजली कटौती की वजह से उमस और गर्मी उन्हें बेचैन कर दे रही है.
प्रचंड गर्मी की वजह से गोरखपुर और आसपास के जिलों में लोगों की मौत की भी खबरें सामने आ रही हैं. स्वास्थ्य विभाग भी लगातार लोगों को लू से बचने की सलाह दे रहा है. हालांकि मौसम विभाग ने 48 घंटे बाद गोरखपुर सहित पूरे पूर्वांचल में मानसूनी बारिश की संभावना जताई है लेकिन आने वाले 48 घंटे गोरखपुर के लोगों के लिए अभी भारी पड़ने वाले हैं.
Source : News Nation Bureau