गोरखपुर के गोरक्षपीठ में 3 अप्रैल 2022 को आतंकी मुर्तजा अब्बासी के हमले के बाद सुरक्षा व्यवस्था की लगातार समीक्षा की जा रही है. सीएम योगी आदित्यनाथ का यहां लगातार दौरा होने की वजह से डीजीपी, एडीजी और एटीएस के अधिकारियों ने भी पीठ की सुरक्षा का रिव्यू किया और यहां कई जगहों पर अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की गई. पीठ की सुरक्षा पिछले 5 महीने में काफी बढ़ा दी गई है. जहां पीठ के सभी एंट्री पॉइंट पर बंकर लगाकर पुलिस और पीएसी के जवानों को लगा दिया गया है. वहीं, हर आने जाने वाले की कड़ी जांच-पड़ताल के बाद मंदिर में प्रवेश करने दिया जा रहा है.
निगम ने दुकानों को हटाया, फिर से न आने की दी चेतावनी
इसके साथ ही मन्दिर के अंदर भी सुरक्षाकर्मियों के साथ मन्दिर के कर्मचारियों की टीम भी लगातार मॉनिटरिंग करती है. सुरक्षा व्यवस्था को और चाक-चौबंद करने के लिए गोरखपुर नगर निगम की टीम ने गोरक्षपीठ के आसपास रेहड़ी पटरी की दुकानें लगाने वाले सभी दुकानदारों को हटाने का अभियान शुरू किया. नगर निगम के प्रवर्तन दल के अधिकारी कर्नल सीपी सिंह के नेतृत्व में एंफोर्समेंट की टीम ने यहां पर लगने वाली सभी दुकानों को हटाया और दोबारा यहां पर दुकान नहीं लगाने की चेतावनी दी.
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सीएम योगी का आवास होने की वजह से सुरक्षा कड़ी
गोरक्षपीठ के अंदर ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) का निवास भी है, ऐसे में यह पूरा इलाका काफी संवेदनशील माना जाता है. नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जो दुकानदार यहां पर अपनी दुकानें लगा रहे हैं, न तो उनका कोई वेरिफिकेशन हुआ है और न ही उनके बारे में कोई जानकारी सुरक्षा अधिकारियों को है. ऐसे में यह दुकानदार भी आने वाले समय में सुरक्षा में बाधा उत्पन्न कर सकते हैं. इसीलिए इन सभी दुकानों को यहां से तत्काल आज से हटा दिया जा रहा है.
सुरक्षा एजेंसियों ने जताई आपत्ति
पीठ की बाउंड्री के पास लगभग 50 से अधिक फल, सब्जी, भोजन और दूसरी तरह की दुकानें लगाई जाती रही है, जिससे यहां पर काफी भीड़ भी होती है. मुख्यमंत्री आवास से महज 50 मीटर की दूरी पर इस तरह के दुकानों को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद से नगर निगम ने इन्हें हटाने का फैसला लिया है.
HIGHLIGHTS
- नगर निगम की टीम ने हटाया अतिक्रमण
- मंदिर के पास होती थी भीड़
- मुर्तजा अब्बासी मामले के बाद लिया गया फैसला