Weather Update News: भीषण गर्मी और लू की चपेट में आकर लोगों की परेशानियों को देखते हुए गोरखा समाज ने समाज सेवा का एक सराहनीय कार्य शुरू किया है. गोरखपुर के विभिन्न क्षेत्रों में जहां हीटवेव की वजह से लोगों की जान को खतरा था वहीं गोरखा समाज के लोग सड़कों पर उतर आए और राहगीरों को शीतल पेय पदार्थों का वितरण करके उनकी मदद की. उनके इस प्रयास की हर कोई प्रशंसा कर रहा है और वे सरकार और अन्य सामाजिक संगठनों से भी इस तरह की पहल करने का आह्वान कर रहे हैं.
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गोरखपुर जिलाधिकारी का आदेश: स्कूल और कोचिंग संस्थान बंद
आपको बता दें कि गोरखपुर के जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने भीषण गर्मी और लू के मद्देनजर कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों और कालेजों को 22 जून तक बंद रखने का आदेश दिया है. इसके अलावा, उन्होंने कोचिंग संस्थानों को भी सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक बंद रखने का आदेश दिया है. जिन संस्थानों ने इन आदेशों का पालन नहीं किया, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. यह कदम बच्चों और लोगों की सेहत को सुरक्षित रखने के लिए उठाया गया है.
गोरखा महासंघ की राहत योजना: शरबत और पानी वितरण
वहीं गोरखपुर के भारतीय गोरखा परिसंघ जिला समिति ने भीषण गर्मी के बीच राहगीरों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है. उन्होंने एम्स के गेट नंबर 2 पर निःशुल्क शरबत और पानी का वितरण शुरू किया. इस अभियान का नेतृत्व भारतीय गोरखा परिषद जिला शाखा गोरखपुर के अध्यक्ष श्रीराम सिंह प्रधान और उपाध्यक्ष धन बहादुर थापा ने किया. उनके नेतृत्व में गोरखा समाज के सदस्यों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर राहगीरों, स्थानीय लोगों और इलाज के लिए आए मरीजों को शरबत और पानी पिलाया.
समाज के लिए निस्वार्थ योगदान
इसके अलावा आपको बता दें कि इस पहल में गोरखा समाज के कई सदस्य सक्रिय रूप से शामिल हुए. उन्होंने न केवल पेय पदार्थों का वितरण किया, बल्कि भीषण गर्मी और लू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक भी किया. इस निःशुल्क प्याऊ कार्यक्रम में प्रतिमा क्षेत्री, प्रतिभा थापा, सू बहादुर, कल्पना, ज्योति, गंगा बहादुर, तोपेन्द्र, मनोज कुमार, मालती, रुक्कु, शालिनी, पूनम सिंह, कोपिला देवी, मधु सिंह, निर्मला, मनीष प्रधान, राजन सिंह, शेरू, मोनू, उत्तम छेत्री जैसे समाजसेवियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई.
वहीं इस कार्यक्रम के तहत करीब दो हजार लोगों को राहत पहुंचाई गई, जिससे यह साबित हो गया कि जब समाज में सकारात्मक संकल्प और सामूहिक प्रयास हों, तो कोई भी मुश्किल बड़ी नहीं होती. गोरखा समाज के इस प्रयास ने न केवल राहगीरों को राहत दी, बल्कि समाज में आपसी सहयोग और संवेदनशीलता की भावना को भी प्रोत्साहित किया.
HIGHLIGHTS
- भीषण गर्मी में राहगीरों को पानी पिला रहा गोरखा समुदाय
- गोरखा महासंघ की राहत योजना: शरबत और पानी वितरण
- हीटवेव के कारण 22 जून तक स्कूल बंद
Source : News Nation Bureau