बिना वीजा के इंडिया में रह कर अवैध गतिविधियों में लिप्त रहने वाले 6 ऐसे चीनी नागरिक अब तक तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं जो बिना वीजा के ग्रेटर नोएडा में रह कर दिल्ली NCR में सक्रिय थे. इस चीनी नेटवर्क से जुड़े एक तिब्बती और 5 इंडियन भी अब तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं. मामले की जांच यूपी STF द्वारा जारी है. ग्रेटर नोएडा में 15 दिनों तक बिना वीजा के रह कर वापस जाते समय नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार हुए 2 चीनी नागरिकों की गिरफ्तारी के बाद भारतीय जांच एजेंसियों की जॉच में इस नेटवर्क से जुड़े लोगो को लेकर कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. साथ ही इस नेटवर्क से जुड़े अब तक 12 लोगो की गिरफ्तारी हो चुकी है. पकड़े गए आरोपी ग्रेटर नोएडा के घरबरा गांव में एक अवैध गेस्ट हाउस का संचालन कर रहे थे इस गेस्ट हाउस को चीनी रेस्त्रां की तर्ज पर बनाया गया था यहां पर चीनी नेटवर्क के सदस्यों ने अयासी का हर एक इंतजाम किया हुआ था. ग्रेटर नोएडा की बीटा 2 थाना पुलिस ने जब यहां छापेमारी की तो नोट गिनने की मशीनों के साथ साथ इंडियन और चीनी शराब की बोतले , स्पा सेंटर , व चीनी सिगरेट और अन्य सामन बरामद हुआ था. साथ ही ये भी खुलासा हुआ था की इस गेस्ट हाउस में केवल इनके नेटवर्क से जुड़े लोगो की एंट्री होती थी. यानी यही से ये लोग भारत में बिना वीजा के रह कर आपने मंसूबों को अंजाम दे रहे थे .
चीनी नेटवर्क से जुड़े ये 12 लोग अब तक हुए गिरफ्तार
चीनी नेटवर्क से जुड़े मामले की जांच यूपी STF की नोएडा यूनिट कर रही है. STF ने इस मामले से जुड़े 3 चीनी नागरिकों को और गिरफ्तार किया है पकड़े तीनों चीनी नागरिक पिछले 2 साल से दिल्ली NCR में रह रहे थे और इंडिया से डेमेज मोबाइल स्क्रैप के तौर पर चीन भेजा करते थे. जांच एजेंसी को शक है की इंडियन मोबाइल में मोजूद डेटा को इन मोबाइल फोन के जरिए चीन भेजने का का नेटवर्क काम करता था. अब STF द्वारा पकड़े गए ये रेन चाओं, जैग होओझे , जेगेे डे नाम के तीनो चीनी नागरिकों की STF रिमांड लेकर इस बात की तस्दीक करेगी की मोबाइल स्क्रैप के नाम पर चीन भेजे जाने वाले मोबाइलों की कितनी संख्या थी और इन मोबाइल को कहा कहा से ये लोग लिया करते थे साथ ही इन मोबाइल को चीन भेजने के पीछे मनसा क्या थी.
आपको बता दे इंडिया में बिना वीजा के रहने वाले अब तक 6 चीनी नागरिकों को अलग अलग जगह से अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है साथ ही एक तिब्बती युवती और 5 इंडियन अब तक गिरफ्तार किए जा चुके है. इस नेटवर्क का मास्टर माइंड रवि कुमार नटवरलाल बताया जा रहा है रवि की मां चीनी है और पिता गुजराती है. लिहाजा रवि चीनी भाषा से लेकर तमाम चीजों का जानकर है । अब इस नेटवर्क के इंडिया में सक्रिय होने की वजह को जानने के लिए यूपी STF केस से जुड़े हर पहलू को बारीकी से जांच कर रही है.
Source : Amit Choudhary