उत्तर प्रदेश के संभल में एक अजीबोगरीब वाकया सामने आया है, जहां दो समूह श्मशान घाट पर ही एक-दूसरे से भिड़ गए और चिता पर रखी लकड़ियां उठाकर आपस में लड़ने लगे. पुलिस की मौजूदगी में यह लड़ाई हुई और कई लोग घायल हो गए. घटना सिहावली गांव में गुरुवार को हुई जब 25 वर्षीय जसपाल का अंतिम संस्कार किया जा रहा था, जिसने आत्महत्या कर ली थी. झगड़ा तब शुरू हुआ जब जसपाल के परिवार के सदस्यों ने उसकी पत्नी (जिसके साथ विवाद चल रहा था) और ससुराल वालों को उसके अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति देने से इनकार कर दिया. हालात तब और बिगड़ गए जब ससुराल वालों और उनके रिश्तेदारों को श्मशान घाट में जाने से रोक दिया गया.
मौके पर मौजूद पुलिस ने दोनों पक्षों से बात करने और मामले को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन जसपाल के परिवार के कुछ सदस्यों ने चिता जलाई, जिसने दूसरे पक्ष को नाराज कर दिया और आग की लपटों को बुझाने की कोशिश की. कुछ मिनटों के भीतर, दोनों समूहों के बीच श्मशान घाट पर ही एक हिंसक झड़प होने लगी. हयातनगर एसएचओ, विद्युत गोयल के नेतृत्व में अतिरिक्त बल तुरंत मौके पर पहुंचा और श्मशान घाट पर जमा हुए 200 से अधिक लोगों को वापस भेज दिया. कड़ी सुरक्षा के बीच बाद में दाह संस्कार किया गया.
सर्कल अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने कहा, 'पुलिस को अभी तक किसी भी पक्ष से शिकायत नहीं मिली है, लेकिन मामले का संज्ञान लेते हुए, सब-इंस्पेक्टर धर्मेंद्र गौतम ने भारतीय दंड संहिता की धारा 147 (दंगा) और 269 (लापरवाही अधिनियम जिससे जीवन के लिए घातक बीमारी का संक्रमण फैलने की आशंका ) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. हम वीडियो क्लिप से आरोपियों की पहचान कर रहे हैं. उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.'
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि जसपाल ने कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान ज्योति से शादी की थी, लेकिन उनका रिश्ता अच्छा नहीं था. जसपाल सोमवार को पत्नी के साथ अपने ससुराल वालों से मिलने गया था जब उसने अपने ससुराल वालों के साथ झगड़ा किया और उसके साले ने उसके साथ बद्तमीजी की. जसपाल घर लौट आया और बुधवार रात को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
Source : IANS/News Nation Bureau