उत्तर प्रदेश विधानसभा में अब विधायकों समेत वहां काम करने वाले हर किसी को सिर्फ आधा गिलास पानी ही मिलेगा. विधानसभा सचिवालय के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे की ओर से यह आदेश जारी किया गया है. अब आप सोच रहे हैं कि ऐसा फरमान जारी क्यों किया गया तो बता दें कि आधा गिलास पानी जल संरक्षण को लेकर किया गया है. पानी की बर्बादी ना हो इसलिए आधा ग्लास पानी देने का फैसला लिया गया है.
हालांकि आधा गिलास पानी में अगर प्यास नहीं बुझती है तो आप फिर से पानी ले सकते हैं. लेकिन ग्लास में पानी छोड़ना नहीं होगा. बता दें कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में लोगों से जल बचाने की अपील की थी. प्रधानमंत्री की इस अपील को विधानसभा अध्यक्ष ने गंभीरता से लिया और पानी की बर्बादी रोकने के लिए यह नियम बनाया है.
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ऐसी व्यवस्था विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित की मंशा पर जारी किया गया है. यह व्यवस्था जल संरक्षण के लिए की जा रही है. आदेश में कहा गया है कि अकसर पूरा गिलास पानी लोग नहीं पीते और बाकी पानी बर्बाद होता है. विधानसभा सचिवाल की ओर से जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि विधानसभा परिसर और सचिवालय के सभी अनुभागों में प्रारंभ में आधा गिलास जल ही दिया जाए. विधानसभा के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से यह अपेक्षा की जाती है कि वह इस व्यवस्था का तत्काल प्रभाव से अनुपालन सुनिश्चित करेंगे.
HIGHLIGHTS
- यूपी विधानसभा में मिलेगा आधा गिलास पानी
- जल संरक्षण के लिए स्पीकर ने की अनूठी पहल
- पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में जल संरक्षण की अपील की थी