हाथरस में 19 साल की दलित लड़की से कथित सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले की एसआईटी की जांच का दायरा बढ़ाया गया है. विशेष जांच दल को अपनी जांच पूरी करने के लिए 10 दिन का और वक्त दिया गया है. इस मामले में आज एसआईटी को मुख्यमंत्री को रिपोर्ट सौंपनी थी. इससे पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी की तरफ से एसआईटी को 10 दिन का और समय दिया गया है.
मुख्यमंत्री योगी ने मामले के तूल पकड़ने के बाद जांच के लिए 3 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया था. एसआईटी को 7 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया था. जिसे अब 10 दिन और आगे बढ़ा दिया गया है. अंडर सेक्रेटरी (गृह), भगवान स्वरूप की अगुवाई में दो आईपीएस रैंक के अधिकारियों को मिलाकर यह विशेष जांच दल बनाया गया है.
गौरतलब है कि हाथरस के बुलगड़ी गांव में दलित किशोरी के साथ 14 सितंबर को कथित तौर पर ऊंची जाति के लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था. युवती की 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई थी. मौत के बाद परिजनों की रजामंदी के बिना लड़की का अंतिम संस्कार पुलिस ने जबरन रात में करा दिया था, जिसके बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया था. प्रधानमंत्री मोदी ने भी सीएम योगी से फोन पर बात कर मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे.
हाथरस कांड में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर गया है. मामले में कई बड़े पुलिस अधिकारियों पर गाज गिर चुकी है. सरकार ने 2 अक्टूबर को हाथरस के पुलिस अधीक्षक (एसपी), पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी), स्टेशन इंस्पेक्टर और कुछ अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया था.