Hathras Rape Case: उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने हाथरस गैंगरेप मामले में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने दावा किया कि 19 साल की युवती के साथ रेप नहीं हुआ, जबकि उसकी मौत गले में चोट लगने और उसके कारण हुए सदमे की वजह से हुई थी. फॉरेंसिक साइंस लैब की रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ है.
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AGD प्रशांत कुमार ने कहा कि घटना के बाद युवती ने पुलिस को दिए बयान में अपने साथ रेप होने की बात नहीं कही थी. उन्होंने कहा कि युवती ने सिर्फ मारपीट करने आरोप लगाया था. एडीजी ने आगे कहा कि कुछ लोग सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने और जातीय हिंसा भड़काने के लिए तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं. हाथरस मामले में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और हम अब उन लोगों की पहचान करेंगे जिन्होंने माहौल खराब करने और प्रदेश में जातीय हिंसा भड़काने का प्रयास किया.
अपर पुलिस महानिदेशक ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए विशेष अनुसंधान दल गठित किया. उन्होंने कहा कि इस वारदात में जो लोग भी शामिल हैं उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि इस केस में मेडिकल रिपोर्ट आने से पहले ही सरकार के खिलाफ गलत बयानबाजी की गई और पुलिस की छवि को खराब किया गया. हम जांच-पड़ताल करेंगे कि यह सब किसने किया है. यह एक बहुत गंभीर मामला है. सरकार और पुलिस महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों को लेकर पूरी तरह संजीदा है.
हिन्दू धर्म की बात करने वालों ने एक पिता को बेटी की चिता भी नहीं जलाने दी : प्रियंका गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को पुलिस ने बृहस्पतिवार को सामूहिक बलात्कार की पीड़िता के परिवार से मुलाकात के लिए हाथरस जाने से रोक दिया और फिर हिरासत में ले लिया. हालांकि, कांग्रेस ने दावा किया कि दोनों नेताओं को गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया. अब राहुल और प्रियंका का काफिला दिल्ली पहुंच गया है. इस दौरान प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर हमला बोला है.
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कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि हिन्दू धर्म की बात करने वालों ने एक पिता को बेटी की चिता भी नहीं जलाने दी, ये अन्याय है. उन्होंने मीडिया से कहा कि हम पर लाठीचार्ज ठीक है, हमारे खिलाफ जो कार्रवाई करनी है करने दे, लेकिन उनका (यूपी सरकार) व्यवहार जो पीड़िता के परिवार के खिलाफ रहा है, वो शर्मनाक है और ऐसा अन्याय हमने देखा नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि जो यानी सीएम योगी आदित्यनाथ खुद को हिंदू धर्म का रखवाले कहते हैं, जो सरकार हर छोटी चीज पर धन का नाम लेती है. उस सरकार ने एक पिता को अपनी बेटी का चिता नहीं जलाने दिया. ये अन्याय है, ये व्यवहार है उनका उत्तर प्रदेश के वासियों के साथ है. जब ऐसी घटना होती है तो सरकार की जिम्मेदारी होती है कि वह पीड़िता और पूरे परिवार को सहायता प्रदान करे. उन्हें न्याय दिलाए, लेकिन सरकार ने इसके विपरित काम किया है.
Source : News Nation Bureau