Hathras Stampede: यूपी के हाथरस में सत्संग खत्म होने के बाद करीब डेढ़ बजे बाबा अपने काफिले के साथ मैनपुरी की तरफ रवाना हुए. ANI के साथ बातचीत में हादसे के स्थल से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर हाईवे पर एक ढाबा मालिक मानवेन्द्र ने बताया की करीब 1:30 बजे के आसपास बाबा का काफिला यहां से निकला. बाबा के काफिले में सबसे आगे 10 से 12 मोटरसाइकिल और फिर उसके पीछे 10 से 12 कारें थी. बाबा का काफिला किसी दबंग के काफिले से कम नहीं था. उन्होंने बताया की बाबा के प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड सड़क पर चेन बनाकर खड़े थे.
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उन्होंने बताया कि बाबा के निकलने के करीब 20-22 मिनट बाद लोगों की भीड़ यहां से निकली जिसमें ज्यादातर महिलाएं थीं. उन्होंने बताया कि महिलाएं काफी प्यासी थी उनको गर्मी काफी लग रही थी. इसलिए उनको हमने पानी पिलाया और अपने होटल पर बिठाया. मानवेंद्र ने बताया की 28-29 जून से ही यहां लोग पहुचना शुरू हो गए थे और हर रोज भीड़ बढ़ रही थी. लोगों की सोने की इतनी यहां व्यवस्था नहीं है. इसलिए लोग खेतों में और पेड़ों के नीचे सो रहे थे. कुछ लोगों के लिए टेंट की व्यवस्था थी, लेकिन वह पर्याप्त नहीं थी. इसलिए लोगों को खेतों में सोकर सत्संग के दिन का इंतजार करना पड़ रहा था.
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ANI के साथ बातचीत में पेट्रोल पंप मैनेजर ने बताया कि उनका पेट्रोल पंप घटनास्थल से करीब 1 किलोमीटर दूर है. करीब 1:30 बजे के आसपास बाबा का काफिला यहां से निकाला और उसके बाद महिलाओं की भीड़ उनके पेट्रोल पंप पर पहुंची. कई महिलाओं को चोटें आई हुई थी, जिनको उन्होंने फर्स्ट ऐड दिया. कई महिलाएं काफी ज्यादा प्यासी थीं. उनको पानी पिलाया और पेट्रोल पंप पर ही आराम करने के लिए कहा. उन्होंने बताया की भीड़ की वजह से उनका पेट्रोल पंप पूरी तरीके से भर गया था. उसे वक्त पेट्रोल पंप पर 6 से 7 लोगों का स्टाफ था जिन्होंने महिलाओं की मदद करी और उनको फर्स्ट ऐड दिया.
Source : News Nation Bureau