Hathras Stampede: हाथरस भगदड़ केस के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर के घर पर ताला लगा हुआ है और वह परिवार समेत है फरार है. इतना नहीं इस गली में एंट्री होते ही आपको यह नजर आना शुरू हो जाएगा कि कितने मकान इस गली में ऐसे हैं जो इस कार्यक्रम के आयोजक कर्ता हैं. सभी के घरों पर ताला है. सब अपने परिवार के साथ भागे हुए है. वहीं पुलिस ने इन तीन लाख रुपये चंदा कार्यक्रम के लिए इकठ्ठा करने वाले पर एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया है. पुलिस अभी तक मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को पकड़ने में नाकाम है. पुलिस के अभी तक हाथ खाली हैं. देखना यह होगा कब पुलिस की गिरफ्त में यह आयोजक कर्ता होंगे. कब पुलिस इनको पकड़ने में कामयाब होगी .
देव प्रकाश मधुकर के मौहल्ले में रहने वाले लोगो के साथ बातचीत.
देव प्रकाश मधुकर के मौहल्ले वालो का कहना हैं यह वो आदमी है, जो अंधविश्वास का धंधा चलाता है. यह वो व्यक्ति है, जो भीम राव अंबेडकर के नाम पर या गली मौहल्ले में अगर विकास का कोई काम होता है तो एक रुपया चंदा तक नहीं देता है . वही जब बाबा का कार्यक्रम होता है तो यह अकेला 03 लाख रुपये का चंदा इसी गली से इक्कठा करता है . बाबा कोई इलाज नहीं करता है बल्कि गुमराह करता है. लोगों को अंधविश्वास में लाना बाबा का धंधा है. बाबा समेत इन सभी पर कार्यवाही होनी चाहिए .
भगदड़ में बड़ी संख्या में लोगों की जान गई
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ में बड़ी संख्या में लोगों की जान गई. सत्संग में पहुंची 2 लाख की भीड़ स्थानीय प्रशासन और आयोजक मंडल की लापरवाही के चलते अव्यस्था की शिकार हो गई . 2019 में प्रयागराज में हुए कुंभ मेले में आये 24 करोड़ लोगों की भीड़ का क्राउड मैनेजमेंट करने वाली अधिकारी पूर्व आइजी कवींद्र प्रताप सिंह ने न्यूज नेशन के साथ बातचीत में बताया कि हाथरस कांड में चूक कहाँ हुई और किसकी लापरवाही से घटना घटी.
Source : News Nation Bureau