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Hathras stampede: सत्संग में क्यों मची भगदड़? घायल ने बताई हादसे की आंखों देखी

उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ मच गई, जिसमें 48 से अधिक लोगों की मौत हो गई. आखिर हादसे का कारण क्या था आइये जानते हैं...

Updated on: 02 Jul 2024, 05:54 PM

हाथरस :

Hathras Stampede Reason: सत्संग खत्म हो गया था. लोग घरों को जाने के लिए खड़े हुए. पहले निकलने के चक्कर में भगदड़ मच गई. इस वजह से लोग गिर गए. लोग उन्हें रौंदते हुए निकलते रहे…यह कहना है हाथरस के सत्संग में हुई भगदड़ में घायल हुई एक बच्ची का. दरअसल, उत्तर प्रदेश के हाथरस में आज दर्दनाक हादसा हुआ. यहां बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई. जिससे दर्दनाक हादसा हो गया. हादसे में 48 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में 25 से अधिक महिलाएं और बच्चे शामिल हैं. वहीं करीब 150 लोग घायल हो गए हैं. आशंका है कि मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है. 

प्रत्यक्षदर्शी ने बताई आखों देखी
हादसे में करीब 150 लोग घायल हुए हैं. एक घायल बच्ची ज्योति ने बताया कि सत्संग खत्म हो गया था. लोग घर जाने के लिए खड़े हुए. हॉल का गेट छोटा था. पहले निकलने के चक्कर में भगदड़ मच गई. लोगों को बस निकलने से मतलब था. वे आसपास नहीं देख रहे थे. इस वजह से महिलाएं और बच्चे गिरते गए. लोग उन्हें रौंदते हुए निकल रहे थे. फंसे हुए लोग चिल्ला रहे थे. वे मदद मांग रहे थे पर कोई बचाने वाला नहीं था. वहां सिर्फ चीख पुकार मची हुई थी.  

सरकारी नौकरी करते थे बाबा
भोले बाबा का असली नाम नारायण साकार हरि है. वे एटा जिले के बहादुर नगरी गांव के रहने वाले हैं. 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़कर उन्होंने प्रवचन शुरू किया था. उनका कहना है कि वे गुप्तचर ब्यूरो में काम करते थे. जानकारी के अनुसार, हर माह के पहले मंगलवार को सत्संग होता है। सत्संग में राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों से लोग आते हैं. भीड़ इतनी थी कि वाहन ही सिर्फ 3 किलोमीटर तक खड़े थे. बाबा के समर्थक पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में सबसे अधिक हैं.

सीएम योगी ने घटना पर व्यक्त किया शोक
हादसे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है. उन्होंने कहा कि जनहानि दुखद और हृदय विदारक है. शोकाकुल परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. मैंने स्वास्थ्य अधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों के लिए युद्ध स्तर पर काम करने के निर्देश दिए हैं. उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी और संदीप सिंह घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं. राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस प्रमुख को भी घटनास्थल पर पहुंचने के लिए निर्देश दिए गए हैं. एडीजे आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई है, जो घटना के कारणों की जांच करेगी. प्रभु राम से प्रार्थना है कि वे मृतकों को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और घायलों को जल्द ठीक करें.