उत्तर प्रदेश आबकारी विभाग राज्य में आगामी विधानसभा उपचुनाव और बिहार में विधानसभा चुनाव के चलते शराब की तस्करी को रोकने के लिए लेकर कमर कस चुका है. अतिरिक्त मुख्य सचिव (आबकारी) संजय भूस रेड्डी ने आबकारी कर्मियों को राज्यों खासकर के बिहार से लगे जिलों में शराब की जमाखोरी, तस्करी और ऊंची कीमत को लेकर नजर रखने को कहा है.
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भूसरेड्डी के अनुसार, पंजाब और हरियाणा से उत्तर प्रदेश और बिहार शराब की तस्करी को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाए गए हैं. उन्होंने कहा, आबकारी कर्मी और उत्तर प्रदेश पुलिस तस्करों पर निगाह रखने के लिए संयुक्त रूप से उत्तर प्रदेश-बिहार की सीमा पर निगरानी रखेंगे. इसके अलावा सीमावर्ती जिलों के सभी शराब दुकानों पर लगातार नजर रखने के आदेश दिए गए हैं.
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उत्तर प्रदेश आबकारी आयुक्त पी. गुरुप्रसाद ने कहा कि विभाग ने इस साल सितंबर में 2140.61 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड राजस्व को जेनरेट किया. यह आबकारी टीमों के ठोस और समन्वित प्रयास से संभव हुआ. बता दें कि बिहार में पूर्ण रुप से शराबबंदी है, लेकिन तस्कार किसी भी तरह से बिहार में शराब बेचने की कोशिश करते रहते है.
Source : IANS/News Nation Bureau