शरिया अदालतों के जवाब में फर्रुखाबाद जिले में हिंदू न्यायपीठ बनाई गई है. हिंदू महासभा ने रविवार को इसका औपचारिक उद्घाटन किया. यहां हिंदू परिवारों में होने वाले विवादों का पंचों के माध्यम से निपटारा किया जाएगा. शहर के चौक स्थित श्री रामदुलारी मंदिर में हिंंदू न्यायपीठ की स्थापना की गई. न्यायपीठ पंच परमेश्वर के सिद्धांत पर कार्य करेगी. पीठ में तीन स्थायी सदस्य व दो अस्थायी सदस्य रहेंगे. इन तीन स्थायी सदस्यों में ओमप्रकाश गुप्ता नेताजी, राजेश मिश्रा और दीपक द्विवेदी शामिल हैें. इसके अलावा दो अस्थायी सदस्य समय समय पर परिवर्तित होते रहेंगे.
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इसमें एक प्रतिनिधि शिकायतकर्ता की जाति का होगा. महासभा की फर्रुखाबाद यूनिट के उपाध्यक्ष विमलेश कुमार मिश्रा के अनुसार, इसके पीछे अदालत की अवमानना की कोई मंशा नहीं है, लेकिन देश में खुल रहीं शरिया अदालतों (दारुल कजा) का जवाब जरूर है. बीते कुछ महीनों में कन्नौज और फर्रुखाबाद में दारुल कजा की शुरुआत हुई थी. कई दिनों से चल रही तैयारी के बाद रविवार को फर्रुखाबाद के चौक किराना बाजार में रामजानकी मंदिर में हिंदू न्यायपीठ का उद्घाटन हुआ. इसके पांच सदस्यों में तीन सदस्य स्थाई होंगे. हर शिकायकर्ता से बातचीत के आधार पर हर केस में दो पंच और नियुक्त किए जाएंगे. इनमें एक शिकायतकर्ता की जाति का होगा, जबकि दूसरा कोई संभ्रांत व्यक्ति होगा. विमलेश ने बताया कि हम चाहते हैं कि घर के मामले बाहर जाने के पहले ही यहां सुलझ जाएं. फिलहाल कोई शिकायत नहीं आई है. न्यायपीठ की मंगलवार को छुट्टी रहेगी.
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हिंदू न्यायपीठ की स्थापना के मौके पर दुर्वासा ऋषि आश्रम के महंत के सानिध्य में वैदिक मंत्रोच्चारण हुआ. एक अन्य अस्थायी सदस्य में राहुल कुमार सोनू हैं. हिंदू न्यायपीठ केवल हिंदुओं के मामले सीधे न्यायपीठ में मौखिक रूप से बताकर अथवा प्रार्थना पत्र देकर पहुंचा सकता है. जिलाध्यक्ष विमलेश मिश्रा, कानपुर मंडल अध्यक्ष अंकित तिवारी, जिला महामंत्री सौरभ मिश्रा, सौरभ राजपूत, नितिन शर्मा, सचिन शर्मा, विशाल दुबे, आदर्श पांडेय, रोहित दीक्षित, आदित्य प्रखर आदि हिंदू न्यायपीठ की स्थापना के समय मौजूद थे.
Source : News Nation Bureau