कमेलेश तिवारी हत्याकांड (Kamlesh Tiwari Muder Case) के बाद उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजनीति गरमा गई है. पहले से ही विरोधियों के निशाने पर रही योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की सरकार पर अब हिन्दू संगठन (Hindu Orgnisation) भी सवाल उठाने लगे हैं. कमलेश तिवारी हत्याकांड के बाद हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि (Swami Chakrapani) ने कहा है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार में हिन्दू (HIndu) सुरक्षित नहीं है, लिहाजा उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. स्वामी चक्रपाणि ने कहा, कैराना पलायन (Kairana Escape) के समय योगी आदित्यनाथ बड़ी-बड़ी बात करते थे, आज तो वह खुद मुख्यमंत्री हैं. फिर भी कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) जैसे नेता की हत्या हो जाती है.
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उन्होंने कहा, 13 अक्टूबर को कमलेश खुद को आतंकवादियों से खतरा बताकर सुरक्षा की मांग करते हैं पर सीएम योगी आदित्यनाथ और सरकार सोती रहती है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, वह कमलेश के परिवार वालों से मिलने का समय तक नहीं निकाल पाते. उन्हें अब इस्तीफा दे देना चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि तीन संदिग्धों की गिरफ्तारी कर यूपी पुलिस ने अच्छा काम किया है, लेकिन अभी भी हमारी मांग कमलेश तिवारी हत्याकांड के ऊपर सीबीआई जांच करवाने की है. उनके परिवार के सदस्यों को कम से कम 2 सरकारी नौकरी और 5 करोड रुपए का मुआवजा दिया जाना चाहिए.
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बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए चक्रपाणि ने कहा कि वह अयोध्या पर निर्णय से पहले ही वीएचपी और बजरंग दल के नेताओं को तो सुरक्षा दे देती है, लेकिन अन्य सनातनी धार्मिक नेताओं को नहीं. ऐसा लगता है कि बीजेपी की सुरक्षा सिर्फ RSS से जुड़े धार्मिक संगठनों के लिए ही है. स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह से ही उम्मीद है कि वह केंद्र और बीजेपी शासित राज्यों सरकारों से हिंदू नेताओं को सुरक्षा प्रदान करवाएं.
कमलेश तिवारी हत्याकांड के बाद हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि (Swami Chakrapani) ने कहा है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार में हिन्दू (HIndu) सुरक्षित नहीं है, लिहाजा उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए.