संसद में तीन तलाक विरोधी कानून पारित हो जाने के बाद भी तलाक देने वालों की कमी नहीं है. ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बांदा शहर का सामने आया है. खाना पकाते समय रोटी जल जाने की वजह से एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को तलाक दे दिया और दो मासूम बच्चों के साथ उसे घर से भी निकाल दिया. संसद में तीन तलाक विरोधी कानून पारित होने के बाद बांदा जिले में यह पहला मामला सेढू तलैया की रहने वाली 30 वर्षीय महिला इशरत कायनात का है.
यह भी पढ़ेंः उत्तर प्रदेश के 300 विधायक और मंत्री आज लखनऊ में करेंगे सफाई
पीड़ित महिला सोमवार दोपहर अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) की ड्योढ़ी पर अपनी तीन साल की बेटी और छह साल के बेटे के साथ पहुंची थी और तलाक देने का जो कारण बताया, वह हैरान कर देने वाला था. महिला ने एएसपी को बताया, '14 सितंबर को किचन में खाना पका रही थी. गलती से एक रोटी जल गई. इसी से नाराज होकर दो ननदों और ससुर ने पहले मारा-पीटा, फिर फोन कर शौहर शब्बीर को बुला लिया. उसने पिटाई करने के बाद तीन बार तलाक बोल कर दोनों मासूम बच्चों के साथ घर से निकाल दिया है. अब मैं किराए के कमरे में कांशीराम कॉलोनी में रह रही हूं.'
यह भी पढ़ेंः सपा-रालोद गठबंधन को झटका, इन दो सीटों पर उम्मीदवारों के नामांकन रद्द
अपर पुलिस अधीक्षक लाल भरत कुमार पाल ने बताया कि यह मामला उनके सामने सोमवार को आया है, जिसमें पीड़िता के शौहर और अन्य के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज करने का निर्देश नगर कोतवाली पुलिस को दिया गया है. एएसपी ने बताया कि संसद में तीन तलाक कानून पारित होने के बाद इससे संबंधित बांदा जिले का यह पहला मुकदमा है. पीड़ित महिला को न्याय दिलाने की हर संभव कोशिश की जाएगी. उन्होंने कहा कि पीड़िता की शादी 2008 में हुई थी, उसने अपनी शिकायत में ससुरालीजनों पर दहेज की अतिरिक्त मांग का भी आरोप लगाया है. मामले में जांचोपरांत आरोपियों की गिरफ्तारी भी की जाएगी.
Source : आईएएनएस