सिद्धार्थनगर जिले में चल रहे कोविड वैक्सीनेशन के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों की बड़ी लापरवाही का खुलासा हुआ है. कुछ लोगों को पहली डोज कोविशील्ड की और दूसरी डोज कोवैक्सीन की लगा दी गई है. जिसके चलते वैक्सीन लगवा चुके लोग भयभीत है. इस बात की जानकारी होते ही विभाग में हड़कंप मच गया. सब एक दूसरे पर इस गलती का आरोप लगाने लगे. वहीं इस बात की जानकारी जब वैक्सीन लगवा चुके लोगों को हुई तो वह भी भयभीत हो गए. हालांकि कॉकटेल वैक्सीन लगने के बाद भी किसी को कोई स्वास्थ्य संबंधित समस्या नहीं हुई है. लेकिन सभी लोग डरे सहमे हुए हैं.
यह भी पढ़ें : Corona Virus : केरल टेक्निकल यूनिवर्सिटी की लास्ट सेमेस्टर की परीक्षाएं होंगी ऑनलाइन, 15 जून से होगी शुरुआत
पूरा मामला जिले के बढ़नी प्राथमिक स्वास्थ्य क्षेत्र का है, जहां औदही कलां गांव और एक अन्य गांव में लगभग 20 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज कोविशिल्ड की लगाई गई, लेकिन 14 मई को दूसरी डोज लगाते समय स्वास्थ्यकर्मियों ने भारी लापरवाही बरतते हुए कोवैक्सीन की लगा दी.
वहीं विभागीय लापरवाही के इस मामले को लेकर जब हमने सीएमओ संदीप चौधरी से बात की तो उन्होंने स्वीकार किया कि लगभग 20 लोगों को स्वास्थ्यकर्मियों ने लापरवाही बरतते हुए कॉकटेल वैक्सीन लगा दी है. हमारी टीम इन सभी लोगों पर नजर बनाए हुए है. अभी तक किसी व्यक्ति में कोई समस्या नहीं देखने को नहीं मिली है. इस गंभीर लापरवाही के लिए हमने जांच टीम बना दी है. जिसकी रिपोर्ट आते ही जो भी दोषी कर्मचारी होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी.
यह भी पढ़ें : Corona Virus Live Updates : आज डीआरडीओ की एंटी-कोविड दवा 2-DG की दूसरी खेप होगी जारी
अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा
इस घोर लापरवाही को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है. अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'यूपी के सिद्धार्थनगर में 20 ग्रामीणों को कोरोना की पहली व दूसरी डोज में कोवीशील्ड व कोवैक्सीन के अलग-अलग टीके लगाया जाना, भाजपा सरकार की लापरवाही का निकृष्ट उदाहरण है. इससे प्रभावित लोगों को डॉक्टरी निगरानी में रखा जाए. इस तरह के वैक्सीनेशन सर्टिफ़िकेट पर किसका चित्र होगा?'
HIGHLIGHTS
- सिद्धार्थनगर में डॉक्टर्स की घोर लापरवाही
- 20 ग्रामीणों को लगाईं अलग अलग वैक्सीन
- पहली डोज में लगाई गई थी कोविशील्ड
- दूसरी डोज में इन लोगों को कोवैक्सीन लगाई