शहर के स्कूलों में छुट्टी को लेकर सोशल मीडिया पर जिलाधिकारी का फर्जी आदेश जारी करने के मामले में गिरफ्तार 12वीं कक्षा के दोनों छात्रों के समर्थन में उनके स्कूल के छात्रों ने मंगलवार को डीएम आवास पर धरना दिया तथा हाथ जोड़कर और कान पकड़कर डीएम से माफी मांगते हुए अपने साथियों को छोड़ने की विनती की. पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने छात्र- छात्राओं को समझाकर शाम को घर वापस भेजा. वहीं मंगलवार को कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने गिरफ्तार दोनों छात्रों को बाल सुधार गृह भेज दिया. छात्रों की गिरफ्तारी के विरोध में पहले 100 से अधिक छात्र-छात्राएं कोतवाली सेक्टर 20 पहुंचे. यहां पुलिस ने बताया कि दोनों छात्रों को फेज-टू स्थित बाल सुधार गृह भेज दिया गया है. इसके बाद सभी छात्र डीएम कैंप ऑफिस पहुंच गए. यहां पर छात्र-छात्राएं अपने कान पकड़कर घंटों बैठे रहे.
वे रोते हुए बार-बार कह रहे थे, 'डीएम अंकल खेल-खेल में गलती हो गई, माफ कर दो. आखिर गलती बच्चों से नहीं होगी, तो किससे होगी.' पुलिस ने उन्हें बताया कि उनके दोनों साथियों पर मामला दर्ज कर उन्हें बाल सुधार गृह भेजा जा चुका है. अब इस मामले में कुछ भी नहीं हो सकता है, लेकिन छात्र डीएम से मिलने पर अड़े रहे. छात्रों ने कहा कि दोनों से गलती हुई है. दोनों कोई पेशेवर अपराधी नहीं हैं. दोनों पढ़ने लिखने वाले शांतिप्रिय बच्चे हैं. धरना दे रहे छात्र छात्राओं को कहते सुना गया, ' डीएम अंकल ने दोनों का भविष्य खराब कर दिया.' दोनों विज्ञान के छात्र थे और दो दिन बाद प्रयोगात्मक परीक्षाएं हैं. इसके बाद बोर्ड की परीक्षाएं हैं.
छात्रों की मांग थी कि दोनों छात्रों को चेतावनी देकर छोडऩा चाहिए था. अगर फिर से दोनों गलती करें तब उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. देर शाम तक कड़ाके की सर्दी में छात्र छात्राएं धरना देते रहे. इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट, क्षेत्राधिकारी प्रथम ने मौके पर पहुंचकर छात्र छात्राओं को बहुत समझाया. अधिकारियों ने छात्र छात्राओं के अभिभावकों से बात की. बाद में छात्र छात्राएं अधिकारियों की बात मानकर घर चले गए. गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी बीएन सिंह के नाम से एक कथित आदेश रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. इसमें कहा गया था कि सर्दी के कारण 23 और 24 दिसंबर को 12वीं तक के स्कूल बंद रहेंगे.
सोशल मीडिया पर डीएम ने इस बात को गलत बताया. इसके बाद डीएम ने इसकी जानकारी एसएसपी को दी थी. एसएसपी के आदेश पर जब इसकी जांच की गई तो यह पूरा प्रकरण फर्जी पाया गया. जिलाधिकारी ने इस तरह के कोई आदेश जारी नहीं किए थे. इस मामले की जांच के बाद 12वीं में पढऩे वाले 2 छात्रों को सोमवार शाम को गिरफ्तार किया गया. दोनों छात्र सेक्टर 12 के राजकीय इंटर कॉलेज में पढ़ते हैं. छात्रों ने शरारत करते हुए मौज मस्ती के लिए यह खुराफात की थी और डीएम के पुराने आदेश को कॉपी कर एक ऐप के माध्यम से तिथि में बदलाव कर दिया था.
Source : Bhasha