उत्तर प्रदेश के उन्नाव से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है. यहां एक बुजुर्ग किसान की जमीनी विवाद में दबंग लोगों ने लाठी डंडों व कुल्हाड़ी से कई वार कर हत्या कर दी. हमले में पिता को बचाने को दौड़े दो बेटे भी घायल हो गए हैं. घटना 18 जून की बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि झगड़े से पहले मृतक ने अचलगंज थाना पहुंचकर जान माल की गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस की लापरवाही बुजुर्ग की हत्या का कारण बना था. मृतक के बेटे ने मेडिकल व सही समय पर उपचार न मिलने के गंभीर आरोप पुलिस पर लगाए हैं. 10 दिन बाद दबंगों की पिटाई का लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से हड़कंप मचा है.
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पुलिस जिस हमलावर को घायल होने का दावा किया है. वहीं मारपीट करते हुए वीडियो में कैद हुआ है. फिलहाल शिकायत पर अगर पुलिस सख्त कार्रवाई करती तो शायद बुजुर्ग की जान बच जाती. एसपी उन्नाव ने फिलहाल लापरवाही पर हल्का इंचार्ज व हेड मुहर्रिर को सस्पेंड कर सीओ को जांच दी है. वहीं 6 के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर 5 को जेल भेज दिया है. दरअसल, अचलगंज थाना क्षेत्र के मोहद्दीनपुर गांव के निवासी अमृत प्रसाद द्विवेदी ( 64) व उनके बड़े बेटे दीपक पर पड़ोसी कमल किशोर ने अपने बेटों व 6 समर्थकों के साथ 17 जून की शाम हमला कर दिया था.
रात करीब 9 बजे अमृत प्रसाद व दीपक घायल अवस्था में अचलगंज थाना पहुंचकर आप बीती बताई. जिस पर पुलिस ने कागजी खानापूरी कर दी और मेडिकल के लिए सीएचसी अचलगंज भेज दिया, यहां न तो मेडिकल हुआ और न ही उपचार , जिस पर सिस्टम से थक हारकर दोनों घर वापस लौट गए. इस दौरान पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की , जिससे दबंगो ने 18 जून की सुबह अमृत प्रसाद को घर से कुछ दूरी पर घेर कर लाठी डंडों से पिटाई कर दी. चीख पुकार सुनकर मृतक के बेटे दीपक व हरी भी पहुंचे तो हमलावरों ने कुल्हाड़ी से कई बार कर दिए. जिससे अमृत प्रसाद मरणनसन्न अवस्था में गिर पड़े , वहीं बेटे भी कुल्हाड़ी लगने से घायल हो गए.
सूचना के करीब एक घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को एम्बुलेंस से जिला अस्पताल लाई. जहां अमृत प्रसाद को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया था. वहीं दोनों घायल लडकों का इलाज चल रहा है. सीओ बीघापुर कृपाशंकर कनौजिया ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य इकठ्ठे किए हैं.आपको बता दें कि दोनों पक्ष चचेरे पारिवारिक सदस्य हैं. 4 बीघा जमीन के टुकड़े को लेकर विवाद चल रहा है. मृतक 2018 में उक्त जमीन का मालिकाना हक कोर्ट से पा चुका था. जिसके बाद से कमल किशोर जमीन पर कब्जा करने को लेकर आए दिन विवाद करता है.
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वहीं मृतक के बेटे दीपक की ताहरीर पर पुलिस ने आनन फानन सूर्य कुमार , कमल किशोर व उनके बेटे राजेश , दीपू ,गुलाब व लव कुश पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है. एसपी उन्नाव आनंद कुलकर्णी ने घटना का संज्ञान लेते हुए हल्का इंचार्ज पी के पाठक व हेड मुहर्रिर देव कुमार पांडेय को सस्पेंड किया था. एसपी ने सीओ बीघापुर को जांच सौंपी है. इस बीच 22 जून को अचलगंज थाना पुलिस ने आरोपी की मां की तहरीर पर मृतक व उसके दोनों घायल बेटों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर मृतक पर क्रास मुकदमा दर्ज कर दिया.
जिससे पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं. हत्या के के 10 दिन बाद मारपीट का लाइव वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से पुलिस की एक और लापरवाही का सच सामने आया है. मामले में उन्नाव पुलिस के अधिकारी कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं. वहीं मृतक कि हत्या का 18 जून को अचलगंज पुलिस मुकदमा दर्ज करती है और 22 जून को मृतक व उसके दो बेटों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कर अपनी किरकिरी करा रही है.