देश में एक बार फिर कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. कोरोना को देखते हुए कई राज्यों में ऐहतियात बरता जा रहा है. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से बड़ा कदम उठाया है. यूपी सरकार ने देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के अलावा हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और लखनऊ में सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. इसके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को कोविड प्रोटोकॉल पर फोकस करने के लिए कहा है, ताकि कोरोना की चौथी लहर की संभावना को रोका जा सके. बता दें कि इस वक्त कोरोना का नया वेरिएंट (Omicron XE Variant) देशभर में पैर पसार रहा है.
बहरहाल, यूपी सरकार की तरफ से जारी आदेशों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर से जुड़े यूपी के सभी जिलों के साथ राजधानी लखनऊ में फेस मास्क लगाना जरूरी किया गया है. देश की राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के केस बढ़ने का असर गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में दिखने लगा है. जबकि यूपी सरकार ने कोविड-19 के मामलों में खासी गिरावट होने के मद्देनजर इस महीने के शुरू में मास्क लगाने से छूट दे दी थी.
यही नहीं, कोरोना ने आम लोगों के साथ गाजियाबाद और नोएडा के कई स्कूलों के बच्चों को भी अपनी चपेट में ले लिया है. इसके बाद कुछ स्कूल बंद भी कर दिए गए हैं. वहीं, गाजियाबाद और नोएडा में अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने से डर रहे हैं. वहीं, गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने कोरोना लक्षण वाले बच्चों को स्कूल नहीं भेजने का आदेश दिया है. इसके साथ कहा गया है कि अब तक कोरोना की चपेट में आए बच्चों के फेफड़ों में इन्फेक्शन नहीं मिला है, लेकिन सावधानी बरतनी जरूरी है. जबकि स्वास्थ्य विभाग ने एक नंबर 1800492211 जारी किया है, जिस पर कोरोना के लक्षण मिलते ही जानकारी देने का आग्रह किया गया है. यही नहीं, सभी स्कूल और कॉलेजों में कोरोना हेल्प डेस्क जरूरी कर दी गयी है.
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बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के जिलों में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटे में गौतमबुद्ध नगर में कोविड के 65 और गाजियाबाद में 20 नये मरीज मिले हैं. इसके अलावा राजधानी लखनऊ में भी 10 नये मरीज पाए गए हैं. वैसे यूपी में पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 115 मरीज सामने आए हैं. हालांकि इस दौरान 29 लोग ठीक हुए हैं. इससे पहले 135 मामले सामने आए थे. वहीं, मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिए हैं कि एनसीआर के जनपदों में कोविड रोधी टीकाकरण से छूटे लोगों को चिन्हित कर उन्हें टीका लगाया जाए. लक्षणयुक्त लोगों की जांच कराई जाए.