बरेली में एक अनोखा मामला प्रकाश में आया है. पूर्वोत्तर रेलवे में नौकरी कर रहे एक आदमी ने लिंग परिवर्तन करवा कर सबको चौंका दिया. हर तरफ उसकी ही चर्चा हो रही है, मामला तब प्रकाश में आया जब उस व्यक्ति ने सरकारी अभिलेखों में पुरुष की जगह अपना लिंग परिवर्तन करने के लिए आवेदन किया.
आंखों में काजल, नाखूनों में नेलपॉलिश, माथे पर बिंदिया, ओठों पर लिपिस्टिक लगाकर सोलह श्रृंगार किए हुए जिस महिला की तस्वीर आप देख रहे हैं वह कभी पुरुष हुआ करती थी. इसका यह रूप देख कर आप चौंकिए मत, दरअसल पुरुष से महिला बनी यह महिला कभी राजेश पाण्डे नाम से जानी जाती थीं.
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अब यह सोनिया पाण्डे बन गई हैं. यह अपना लिंग परिवर्तन करवा कर अब यह सोनिया बन गई हैं. राजेश को अपना लिंग परिवर्तन करना इतना आसान काम नहीं था उसने इसके लिए बहुत पीड़ा सही है. लोगो को तमाम प्रकार के ताने उल्टे सीधे शब्द सुन कर उसने अपना निर्णय कठोर कर एक पुरुष से लिंग परिवर्तन करवा कर महिला का रूप बनाया है.
राजेश एक लड़का हुआ करता था मगर उसकी आदतें लड़कियों जैसी थीं. उसका शरीर तो एक पुरुष जैसा था मगर उसकी आत्मा मानो एक लड़की की थी. जो बार-बार उसके लड़की होने का अहसास करवाती रहती थी. राजेश पाण्डे बरेली के पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जत नगर मंडल में अनुकंपा के आधार पर इज्जत नगर मुख्य कारखाना प्रबंधक कार्यालय में तकनीकी ग्रेड-1 पर 19 मार्च, 2003 को नौकरी मिली थी.
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उसके परिवार में 4 बहनें और मां हैं. लेकिन उसकी आदत भी बहनों की तरह थी. सरकारी नौकरी में होते हुए भी उसकी बात करने का तरीका महिलाओं की तरह ही था जिसकी वजह से उसको समाज में लोगों के सामने उपहास सहना पड़ता था.
जिसकी वजह से वर्ष 2017 में राजेश ने लिंग परिवर्तन कराकर अपना नाम सोनिया पांडे रख लिया. राजेश उर्फ सोनिया ने सबसे पहले मुख्य कारखाना कार्मिक प्रबंधक इज्जत नगर के सामने नाम और लिंग बदलने का आवेदन किया. रेलवे अधिकारियों के सामने जब मामला आया, तो वो चौंक गए.
पहचान पत्र में अलग चेहरे के कारण होती है दिक्कत
राजेश से सोनिया बने रेलवे कर्मचारी ने बताया कि लिंग परिवर्तन का विचार जब परिवार के सदस्यों को बताया तो वो नाराज हो गए. उसकी बात सुनकर मां और बहनें रूठ गईं. कोई दूसरा रास्ता न दिखा तो उसने लिंग परिवर्तन करा लिया. धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो गया. समय के साथ मां और बहनें भी मान गईं.
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उन्होंने बताया कि यात्रा के दौरान पुरुष पहचान पत्र और स्त्री का चेहरा होने के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अन्य जगहों पर भी पहचान को लेकर वे परेशानी में पड़ जाते हैं. यही वजह है कि सर्विस रिकॉर्ड में नाम बदलने का आवेदन उन्होंने किया है.
अधिकारी हुए हैरान
वहीं जब सर्विस रिकॉर्ड में लिंग परिवर्तन करने के आवेदन को लेकर सोनिया ने अपने अधिकारियों से बात की तो पहले वह काफी हैरान हुए. लेकिन सोनिया की परेशानियों को देखते हुए सोनिया के आवेदन को उन्होंने पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर के महाप्रबंधक कार्यालय में भिजवा दिया. अधिकारियों का कहना है यह रेलवे में सबसे पहला और अनोखा मामला सामने आया है. यह टेक्निकल मामला है. अधिकारियों को सूचना दे दी गई है जो भी आदेश होगा उस पर अमल किया जाएगा.
फैसले से खुश हैं
राजेश पाण्डे उर्फ सोनिया ने समाज की सारी ढकोसलेबाज़ी नीतियों को दर किनार करते हुए अपने जीवन को खुशहाल बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया और वह अब बहुत खुश हैं. वह लोग जो कभी उसकी खिंचाई करते थे भद्दे-भद्दे कमेंट्स कर भला बुरा कहते थे उनके मुंह पर भी ताला लग गया है. सोनिया अब अपने जैसे अन्य लोगों की मदद करना चाहती हैं ताकि वह भी उसकी तरह समाज मे सर उठा कर जी सकें.
HIGHLIGHTS
- लड़कियों की तरह बात करने पर लोग बनाते थे मजाक
- जब लिंग परिवर्तन का फैसला लिया तो परिजनों ने विरोध किया
- पहचान पत्रों में अलग-अलग चेहारा होने से आ रही दिक्कत
Source : Yogendra Mishra