नोएडा अथॉरिटी के फेज-2 एरिया में आने वाले इंडस्ट्री व इंस्टीट्यूशनल में आईटी के प्लॉट खरीदना अब मंहगा होगा. अथॉरिटी ने शुक्रवार को हुई बोर्ड बैठक में इन प्लॉट की कीमत 20 प्रतिशत बढ़ाने का निर्णय लिया है. इसका असर विकसित हो रहे नए सेक्टर के प्लॉट पर पड़ेगा. अधिकारियों के मुताबिक फेज-2 में अब सेक्टर-161 से 166 तक अथॉरिटी नए प्लॉट ला रही है. यह सेक्टर अभी विकसित किए जा रहे हैं. इसके साथ ही फेस-3 में आईटी व इंस्टीट्यूशनल के आईटी प्लॉट की दरें भी एक समान किए जाने की मंजूरी अथॉरिटी ने बोर्ड से ली. इन दोनों सेक्टर के अलावा शहर की किसी भी संपत्ति की दरें घटाई या बढ़ाई नहीं गई हैं.
नए सेक्टर में इंडस्टी व इंस्टीट्यूशनल में आईटी के प्लॉट की कीमते बढ़ाने के फैसले के पीछे नोएडा में निवेश की संभावनाएं भी हैं. पिछले डेढ़ वर्ष में कोरोना काल के दौरान भी नोएडा ने निवेश के नए रेकार्ड बनाए हैं. कई नामी कंपनियाें ने यहां निवेश किया है. लगातार बढ़ रही डिमांड और सीमित जमीन के चलते यह दरें बढ़ाई गई हैं. अथॉरिटी ने पिछले कई वर्षों से अपनी दरें भी नहीं बढ़ाई थी.
नोएडा अथॉरिटी की बड़ीकार्रवाई
वहीं बुधवार को नोएडा अथॉरिटी अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. 9 करोड़ रुपये कीमत की 6 मल्टी स्टोरी बिल्डिंगों को नोएडा अथॉरिटी ने सील कर दिया है. इसके साथ ही नोएडा अथॉरिटी ने थाने में तहरीर भी दी है. इस तहरीर के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान जब सब कुछ बंद था उस दौरान यह बिल्डिंग तैयार कर ली गईं. अथॉरिटी की ओर से भेजे गए नोटिसों का भी कोई असर नहीं हुआ. काम लगातार जारी रहा. दस्तावेजों में यह जमीन सरकारी बताई जा रही है. लेकिन स्थानीय बिल्डर इस पर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग खड़ी कर ग्राहकों को बेचने की कोशिश कर रहे थे.
पहले भी कई बार भेजा था बिल्डरों को नोटिस
नोएडा अथॉरिटी का आरोप है कि भंगेल और बेगमपुर गांव में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर बिल्डर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग बना रहे थे. जैसे ही इस अतिक्रमण की भनक नोएडा अथॉरिटी को मिली वो तुरंत सक्रिय हो हो गई. नोएडा अथॉरिटी ने पहले भी इन बिल्डरों को अवैध निर्माण के लिए मना किया था और कई बार अथॉरिटी से नोटिस भी भेजी थी. लेकिन नोटिस की परवाह न करते हुए बिल्डिरों ने लॉकडाउन के दौरान भी निर्माण कार्य जारी रखा.
Source : News Nation Bureau