योगी राज में उत्तर प्रदेश की जेलें अपराधियों के लिए आरामगाह साबित हो रही हैं. मेरठ जेल हो या फिर उन्नाव, वे प्रदेश की किसी भी जेल को कार्यालय बना देंगे. आलम ये हो चला है कि अपराधी जेलों के अंदर जेलों के अंदर पार्टियां कर रहे हैं. इतना ही नहीं वो जेलों में हथियार लहराकर खुलेआम धमकियां तक दे रहे हैं.
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उन्नाव जेल में बंद अपराधियों के हैरान करने वाले और प्रशासन की नींद उड़ा देने वाले वीडियो सामने आए हैं. पहले वीडियो में जहां जेल में बंद अपराधी देव प्रताप सिंह उर्फ गौरव प्रताप सिंह और अमरीश पिस्तौल लहराते हुए दिख रहे है. साथ ही वो कह रहे हैं कि जेल तो हमारे कार्यालय होते हैं और जेल को कार्यालय बनाने वाले हम हैं. वायरल वीडियो में यह दोनों अपराधी धमकी भी दे रहे हैं. वो कह रहे हैं कि अगर कोई जेल में उनके खिलाफ बोलेगा तो उसे जेल में ही मार दिया जाएगा और बाहर बोलेगा तो बाहर मार दिया जाएगा.
उन्नाव जेल का एक और वीडियो वायरल हुआ है. इसमें खाने-पीने की जो चीजें वीडियो में दिखाई दे रही हैं. इस वीडियो में जेल के अंदर शराब से लेकर खाने-पीने की सारी चीजों का बंदोबस्त किया गया है. यह बंदी बिल्कुल बेखौफ होकर जेल में अय्याशी करते नजर आ रहे हैं.
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गौरव प्रताप सिंह को 11 फरवरी 2017 को लखनऊ जेल से उन्नाव जेल में भेजा गया था. वो हत्या के मामले में उन्नाव की जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है. लेकिन अब इस जेल में उसने कैसे भौकाल मचा रखा है ये वीडियो देखकर ही आपको पता चल गया होगा. वीडियो में दिख रहे दूसरे अपराधी का नाम अमरीश है. उसे 31 मार्च 2017 को मेरठ जेल से उन्नाव जेल भेजा गया था. ये भी हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है.
हालांकि यह वीडियो कुछ महीने पुराना बताया जा रहा है. लेकिन यह पिछले दिन (बुधवार) को सामने आया है. इस वीडियो के वायरल होने से जेल प्रशासन में खलबली मची हुई है. वहीं जेल प्रशासन ने जेल में असलहा से पल्ला झाड़ लिया है और खाने पीने की चीजों को नियमित दी जाने वाली चीजें बताया है. जेल प्रशासन का कहना है कि वीडियो में दिखाया गया असलहा मिट्टी का है. साथ ही आनन-फानन में हेड जेल वार्डर समेत चार कारागार कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
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वीडियो सामने आने पर डीजी जेल ने मामले में संज्ञान किया है. बुधवार शाम डीएम देवेन्द्र कुमार पाण्डेय और एसपी माधव प्रसाद वर्मा समेत आधा दर्जन अधिकारियों ने जिला जेल का औचक निरीक्षण किया और जेल का चप्पा-चप्पा खंगाला. इसके अलावा डीएम ने जेल अधीक्षक एके सिंह व जेलर बृजेन्द्र सिंह को जमकर फटकार लगाई. साथ लापरवाह कर्मियों की छानबीन कर रिपोर्ट पेश करने की बात कही है. लिहाजा सवाल यह उठता है कि आखिर जेल के अंदर कैमरा और हथियार कैसे पहुंचे. किस तरह से जेल के अंदर कैदी धमकियां दे रहे थे और वीडियो बना रहे थे. सवाल यह भी है कि क्या जेल के अंदर कोई कैदी कितने बेखौफ अंदाज से रह सकता है.
यह वीडियो देखें-