उत्तर प्रदेश के ललितपुर में थाने के अंदर रेप पीड़िता का रेप करने के आरोपी पुलिस इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज को प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया गया है. उन पर ललितपुर के पाली थाने के अंदर नाबालिक से दुष्कर्म का आरोप है. मुकदमा दर्ज होने ही पुलिस इंस्पेक्टर तिलकधारी सरोज फरार हो गया था. उसे निलंबित किया जा चुका है. इससे पहले एडीजी कानपुर जोन ने पाली थाने के सभी पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है. 6 एसआई, 6 हेड कॉन्स्टेबल, 10 आरक्षी, 5 महिला आरक्षी, एक ड्राइवर और एक फॉलोवर समेत 29 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर किए गए हैं. इसके साथ ही आरोपी इंस्पेक्टर सस्पेंड किया गया. डीआईजी रेंज झांसी से 24 घंटे में पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी गई है.
इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव आज ललितपुर पहुंच गए हैं और रेप पीड़िता के साथ ही उसके परिजनों से मुलाकात कर रहे हैं. ललितपुर पहुंचने से पहले अखिलेश यादव ने ट्वीट करके कहा था, 'न्याय को ही लोगों के दरवाज़े तक नहीं पहुंचना होता है… कभी-कभी न्याय की पुकार के लिए भी लोगों के दरवाज़े तक जाना होता है.'
वहीं समाजवादी पार्टी की ओर से ट्वीट करके कहा गया था, 'योगी जी की पुलिस निरंकुश हो चुकी है ,चंदौली में एक मासूम बेटी के साथ रेप और हत्या के आरोपों के बाद यूपी की योगी जी की पुलिस पर ललितपुर के पाली में पुलिसवालों द्वारा सामूहिक बलात्कार का आरोप लगा है, वसूली, हत्या,अपहरण, फिरौती के बाद अब यूपी पुलिस रेप और गैंगरेप भी करने लगी है.'
ललितपुर जिले के पाली थाना इंचार्ज सहित 6 लोगों पर एक 13 वर्षीय नावालिग किशोरी के साथ सामूहिक रेप का आरोप लगा है. मामले में चाइल्ड लाइन की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता दिखाते हुए पाली थाना इंचार्ज तिलक धारी सरोज सहित 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करावाया था.
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पुलिस अधीक्षक निखिल पाठक के अनुसार, पाली थाना क्षेत्र अंतर्गत रहने वाली एक 13 वर्षीय किशोरी को उसके ही गांव में रहने वाले 4 लड़के 22 अप्रैल को बहला फुसलाकर भोपाल ले गये, जहां जाकर उसके साथ तीन दिनों तक सामूहिक रेप की घटना को अंजाम दिया गया. तीन दिन बाद चारों आरोपियों ने नाबालिग किशोरी को पाली थाने में पहुंचाकर थाना इंचार्ज के सुपुर्द कर फरार हो गये थे.
एसपी ने आगे बताया, 'इसके बाद थाना इंचार्ज पाली ने नाबालिग पीड़िता को उसकी मौसी के साथ चाइल्ड लाइन भेज दिया, दो दिन बाद उसे थाने में बुलाया गया, जहां पाली थाना इंचार्ज ने बयान लेने के बहाने नाबालिग किशोरी को एक कमरे में ले जाकर बलात्कार की घटना को अंजाम दिया.'
एसपी निखिल पाठक के मुताबिक, नाबालिग किशोरी को उसकी मौसी के साथ चाइल्ड लाईन भेज दिया गया, जहां बच्ची ने काउंसलिंग के दौरान अपने साथ हुई पूरी घटना को बताया, जिस पर चाइल्ड लाइन की शिकायत के बाद पाली थाना इंचार्ज सहित 6 लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया.