Advertisment

चीनी उत्पादों के बहिष्कार के लिए इस्लामी संगठन ने जारी किया फतवा

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद भारत में चीन विरोधी भावना प्रबल होने लगी है.

author-image
Dalchand Kumar
New Update
Chinese citizen

चीनी उत्पादों के बहिष्कार के लिए इस्लामी संगठन ने जारी किया फतवा( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुई झड़प में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद भारत में चीन विरोधी भावना प्रबल होने लगी है. देश में जगह-जगह चीनी सामान के बहिष्कार और चीन सरकार के विरोध में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. इस बीच उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बरेली में इस्लामी संगठन ने चीनी उत्पादों के बहिष्कार के लिए भतवा जारी किया है. पांच वरिष्ठ मौलवियों के नेतृत्व वाले एक धार्मिक और सामाजिक संगठन ऑल इंडिया तन्जीम उलमा-ए-इस्लाम द्वारा देश में चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने के लिए एक फतवा जारी किया गया है.

यह भी पढ़ें: कानपुर के पूर्व बसपा नेता पिंटू सेंगर की गोली मारकर हत्या, मौके से 32 बोर के खोखे बरामद 

मौलवियों ने कहा कि समुदाय के सदस्यों को इस घड़ी में सेना और सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए. भारत और चीन के बीच में हुए हिंसक झड़प पर चिंता व्यक्त करते हुए ऑल इंडिया तन्जीम उलमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना शाहबुद्दीन रिजवी ने कहा, 'बरेली के रहने वाले एक शख्स द्वारा पोस्ट किए गए एक जिज्ञासा पर चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने के लिए यह फतवा जारी किया गया है. फतवे में मौलवियों ने भारतीय भूमि पर अतिक्रमण करने और हमारे वीर जवानों को मारने के लिए चीन के साजिशों की निंदा की है.'

यह भी पढ़ें:गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद राजनाथ सिंह की सभी सेना प्रमुखों के साथ अहम बैठक जारी 

पांच मौलवियों के इस पैनल में ऑल इंडिया तन्जीम उलमा-ए-इस्लाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुफ्ती अशफाक हुसैन कादरी, मुफ्ती इकबाल अहमद मिस्बाही, मुफ्ती तौकीर अहमद काजरी, मुफ्ती हाशिम रजा खान और कारी सगीर अहमद रिजवी शामिल हैं.

Uttar Pradesh Chinese product boycott Islamic organization
Advertisment
Advertisment
Advertisment