उत्तर प्रदेश के गृह विभाग ने गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. गृह विभाग ने इस मामले में जांच में दोषी पाए जाने पर जेलर उदय प्रताप सिंह को बर्खास्त कर दिया है. उत्तर प्रदेश गृह विभाग के प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने जेलर उदय प्रताप सिंह को बर्खास्त करने का आदेश दिए हैं.
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2018 में हुई थी मुन्ना बजरंगी की हत्या
बता दें कि 9 जुलाई 2018 को बागपत जेल में डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या हुई थी. कुख्यात अपराधी सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या की थी. इस घटना के बाद जेल प्रशासन से लेकर सरकार तक में हड़कंप मच गया था. उस वक्त उदय प्रताप सिंह बागपत जेल के जेलर थे. इस मामले में सीएम योगी ने जेलर उदय प्रताप सिंह को तुरंत ही सस्पेंड कर न्यायिक जांच के आदेश दिए थे. इस घटना के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था. अब जांच में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है.
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मुन्ना बजरंगी के बारे में
मुन्ना बजरंगी का जन्म 1967 में उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के पूरेदयाल गांव में हुआ था. उसका असली नाम प्रेम प्रकाश सिंह है. मुन्ना ने 5वीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी. छोटी सी उम्र में ही मुन्ना ने जुर्म की दुनिया में कदम रख दिया था. उस पर 40 हत्याओं, लूट और रंगदारी की घटनाओं में शामिल होने का केस दर्ज थे.
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