उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख (UP Block Pramukh Election) चुनाव की नामांकन के दौरान जमकर बवाल हुआ. इस दौरान 15 से ज्यादा जिलों में गोली चलने, बम चलने, मारपीट की हिंसक (Block Pramukh Election Violence) घटनाएं सामने आईं. सीतापुर के कमलापुर में कसमंडा ब्लॉक के प्रत्याशियों के बीच गोलीबारी हुई और बम चले. वहीं, अमरोहा, उन्नाव, बुलंदशहर, अयोध्या, संत कबीर नगर, मैनपुरी, कन्नौज, सिद्धार्थ नगर, आजमगढ़, जौनपुर, गोरखपुर समेत कई जिलों में भी मारपीट व बवाल की घटनाएं सामने आई हैं. इस बीच सत्तारूढ़ बीजेपी ने 292 सीटों पर जीत पक्की होने का दावा किया है. बता दें कि इन सीटों पर एक-एक पर्चा ही दाखिल हुआ है.
इन घटनाओं को लेकर जहां राज्य में विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है तो वहीं जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने समाजवादी सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर निशाना साधा है. जन अधिकार पार्टी के मुखिया और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने इस हिंसा को लेकर अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हुई हिंसा को लेकर पूर्व सांसद पप्पू यादव योगी सरकार से ज्यादा अखिलेश यादव पर नाराज दिखे. उन्होंने कहा कि 'बाबू अखिलेश यादव जी, आप से न हो पाएगा सड़क पर संघर्ष.'
पप्पू यादव ने अपने ट्वीट में लिखा, "बाबू अखिलेश यादव जी, आप से न हो पाएगा, सड़क पर संघर्ष! इतनी बड़ी पार्टी, इतना संसाधन हो तो BJP वालों की गुंडई और ढोंगी के दुःशासन का होश ठिकाने लगा देता! एक बहन का बीच सड़क पर चीरहरण और आप आराम से बैठे हो! जेल से निकलता हूं, संघर्ष के लिए पार्टी आउटसोर्स कर दीजिएगा! फिर दिखाते हैं."
ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हुई कई जिलों में हिंसा
इन जिलों में हुई हिंसा
फतेहपुर- यूपी के फतेहपुर में बीजेपी के समर्थक, विरोधी उम्मीदवार के प्रस्ताव को पुलिस के सामने ही खींचकर बाहर ले जाते हुए दिखे. इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी खड़ी रही. पुलिस के सामने टहलते हुए जाता शख्स असलहा यानी पिस्टल रखे हुए था.
ललितपुर- ललितपुर में जैसे ही विरोधी दल का उम्मीदवार नामांकन करने को आगे बढ़ता है, नॉमिनेशन करने से रोकने की कोशिश होती है. निर्दलीय प्रत्याशी का पर्चा छीनने का आरोप बीजेपी समर्थकों पर लगता है. हालांकि, पुलिस के अफसर दलील देते हैं कि सुरक्षा व्यवस्था सख्त है और पुलिस दोषियों पर कार्रवाई करेगी.
झांसी- यहां ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में सपा और बीजेपी समर्थकों के बीच पत्थर चलने लगे, हालत ये हो गए कि महिला प्रत्याशी को समर्थक सुरक्षा घेरे में नामांकन भराने को ले जाते दिखे.
एटा- यहां नामांकन के दौरान पत्थरबाजी की नौबत आ गई. आरोप है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को नामांकन नहीं करने दिया. दोनों पक्ष भिड़ गए. पुलिस के सामने जमकर पत्थरबाजी में आजतक संवाददाता जख्मी हो गए.
महराजगंज- जिले के सदर ब्लाक में बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर ड़िला निवासी जयप्रकाश उर्फ साधु गुप्ता ने चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. जैसे ही प्रतिद्वंदी अनीता पत्नी जयप्रकाश नामांकन करने ब्लाक गेट पर पहुंची वैसे ही हंगामा शुरू हो गया, लेकिन धक्का-मुक्की व हंगामा पर विरोधी बीजेपी समर्थकों पर भारी पड़े.
सिद्धार्थनगर- जिले के इटवा ब्लॉक पर नामांकन के दौरान जमकर हंगामा हुआ. प्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय अपनी पत्नी का नामांकन करने पहुंचे थे, लेकिन कुछ अराजक तत्वों ने उनसे पर्चा छीन कर फाड़ दिया. आरोप बीजेपी नेताओं पर लगा. वहीं गोरखपुर में बीजेपी प्रत्याशी की कार पर हमला करने का आरोप समाजवादी समर्थकों पर लगा.
HIGHLIGHTS
- हिंसा को लेकर पप्पू यादव का अखिलेश यादव पर तंज
- नामांकन के दौरान जमकर बवाल
- 15 से ज्यादा जिलों में गोली चली