Jayant Choudhary Interview: संसद में चल रहे बजट सत्र के अंतिम दिन शनिवार को राज्यसभा में जोरदार हंगामा हुआ. इस हंगामे के पीछे की वजह है कांग्रेस. दरअसल देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के बाद जब शनिवार को जयंत चौधरी उच्च सदन में विपक्ष की बजाय सत्ता पक्ष की तरफ बैठे. इसके बाद जब वह बोलने लगे तो राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ. राष्ट्रीय लोकदल के प्रमुख जयंत चौधऱी के बोलने पर कांग्रेस भड़क गई. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उपराष्ट्रपति से सवाल किया कि आखिर जयंत चौधरी को किस नियम के तहत बोलने का मौका मिला है.
कांग्रेस के हंगामे की अन्य दलों ने भी आलोचना की. वहीं न्यूज नेशन संवाददाता मोहित राज दुबे से खास बातचीत में खुद जयंत चौधरी ने इसे कांग्रेस के रवैये को निराशाजनक बताया. इसके अलावा भी जयंत चौधरी ने एनडीए में जाने से लेकर मैं चवन्नी नहीं हूं... वाले बयान के वायरल होने तक सभी सवालों के बेबाक जवाब दिए.
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चौधरी चरण सिंह के नाम पर न हो राजनीति
जयंत चौधरी ने न्यूज नेशन से खास बातचीत में कांग्रेस के व्यवहार पर निराशा व्यक्त की. उन्होंने कहा कि, कांग्रेस का इस तरह विरोध करना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरे यूपीए से जाने से अगर दिक्कत है तो मुझे लाठी मार लो, लेकिन चौधरी साहब के नाम को लेकर राजनीति न करें. उन्होंने कहा कि इस तरह के व्यवहार से चौधरी साहब का योगदान कम नहीं हो जाएगा.
एक आदर्श हैं चौधरी चरण सिंह - जयंत
जयंत चौधरी ने अपने दादा को राजनीति का आदर्श भी बताया. उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह के निधन को 37 वर्ष हो गए हैं, लेकिन अब तक उनके राजनीतिक और सार्वजनिक जीवन को लेकर किसी ने कोई आलोचन नहीं की. वह एक आदर्श व्यक्ति और आदर्श नेता थे.
उनसे सब लोग सीखकर आगे बढ़ने का प्रयत्न करते हैं. सिर्फ 'मैं या मेरा परिवार या मेरी पार्टी नहीं जो भी चौधरी साहब के विचारों को लेकर जनता के बीच जाते हैं वह उनकी लेगेसी का हिस्सा हैं.'
जानें अब क्या होगी जयंत चौधरी की अगली रणनीति ? #JayantChaudhary #BJP #RLD @jayantrld@mohitrajdubey pic.twitter.com/OlTz9Z0V7Z
— News Nation (@NewsNationTV) February 10, 2024
मोदी सरकार के 10 साल में चौधरी साहब की झलक
जयंत चौधरी ने ये भी कहा कि मोदी सरकार ने अपने दोनों कार्यकाल यानी 10 वर्ष में जो काम किए हैं उनमें भी चौधरी चरण सिंह की छवि दिखाई देती है. मोदी सरकार की कार्यशैली में चौधरी साहब की झलक दिखाती है.
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NDA में जाने पर क्या बोले जयंत चौधरी
एनडीए गठबंधन के सवाल पर जयंत चौधरी ने साफ कहा कि 'इसको लेकर पहले भी मैं बात कर चुका हूं. लेकिन घोषणा उसी वक्त होती है जब सारे डिटेल वर्क होते हैं.' हालांकि उन्होंने ये तो स्पष्ट कर दिया की बात हो चुकी है और बस घोषणा होना बाकी है.
मैं कोई चवन्नी नहीं हूं...पर जयंत चौधरी ने क्या कुछ कहा..
जयंत चौधरी के एनडीए में जाने की अटकलों के बीच उनका चवन्नी नहीं हूं...वाला बयान एक बार फिर वायरल हो रहा है. इस सवाल पर भी जयंत ने अपनी प्रतक्रिया दी. उन्होंने कहा कि जब कहा था तब भी यह बयान वायरल हुआ था और अब भी हो रहा है.
उन्होंने कहा कि राजनीति में हम लोग जिस स्थिति में हैं उसमें मुझे अपना फायदा नहीं देखना है, मेरा व्यक्तिगत स्टैंड या भावनाओं का असर मेरे फैसलों पर पड़ता है. लेकिन मेरी जिम्मेदारी अपने संगठन की तरफ, अपने कार्यकर्ताओं की ओर है इसलिए मैं अपने मुद्दों पर कायम हूं और आगे भी रहूंगा.
जयंत के NDA में जाने से जाट-मुस्लिम समीकरण पर दिखेगा असर
आरएलडी चीफ जयंत चौधरी के एनडीए में जाने से सबसे ज्यादा असर उत्तर प्रदेश के जाट-मुस्लिम समीकरण पर दिखाई दे सकता है. दरअसल पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लोकसभा की कुल 18 सीट इस समीकरण पर निर्भर है. यानी का वोट काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. इन सीटों में अलीगढ़, मुजफ्फर नगर, मेरठ, बिजनौर, कैराना, मुरादाबाद, संभल, नगीना और अमरोह प्रमुख रूप से आती हैं. यहां पर मुस्लिमों और जाट की संख्या ज्यादा है.
रालोद के एनडीए में आने से जाट वोटों पर बीजेपी की पकड़ और ज्यादा मजबूत होगी. वहीं कुछ हद तक मुस्लिम वोट भी आएंगे. हालांकि इससे समाजवादी पार्टी को झटका जरूर लग सकता है. सपा को बड़ा नुकसान भी झेलना पड़ सकता है.