नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पहली कमर्शियल फ्लाइट अगले वर्ष यानि 17 अप्रैल को उड़ान भर सकती हैं. यह तारीख नियाल के सीईओ अरुण वीर सिंह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान यह तय की गई है. यह बैठक नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक पत्र पर केंद्रित थी. यह एयरपोर्ट के शुरू होने की तैयारियों को लेकर थी. 30 नवंबर 2024 को कमर्शियल फ्लाइट ट्रायल किया जाएगा. इस फ्लाइट में क्रू मेंबर और टेक्निकल स्टॉफ भी शामिल होंगे. इस ट्रायल में अकासा, इंडिगो व एयरपोर्ट की भागीदार एयरलाइंस को शामिल किया जाएगा.
परीक्षण एक दिन या दो से तीन दिनों में किया जाएगा
सीईओ के अनुसार, यह परीक्षण एक दिन या दो से तीन दिनों में किया जाएगा. इन परीक्षणों के परिणाम के आधार पर ही कमर्शियल फ्लाइट संचालन के लिए कंपनी डायरेक्टर ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) को एयरोड्रम लाइसेंस के लिए आवेदन करेंगे. इसका आवेदन इस वर्ष दिसंबर होना है. डीजीसीए ने कैटेगरी-I और कैटेगरी-III दोनों प्रणालियों को निरीक्षण करने वाली है.
इसके लिए दोनों रनवे की विस्तृत रिपोर्ट 10 अक्टूबर तक डीजीसीए को प्रस्तुत होगी. कैलिब्रेशन प्रमाणपत्र 15 अक्टूबर तक जारी होने की उम्मी है. 15 नवंबर को उड़ान परीक्षण और इजाजत को लेकर आवश्यक दस्तावेज डीजीसीए को प्रस्तुत होंगे. 25 नवंबर तक डीजीसी की इजाजत मिल सकेगी. वहीं 30 नवंबर को ट्रायल होगा.
कमर्शियल उड़ान परीक्षण 30 नवंबर होना है
नियाल के सीईओ के अनुसार, कमर्शियल उड़ान परीक्षण 30 नवंबर होना है. इस परीक्षण में एयरपोर्ट प्राधिकरण के विमान के साथ इंडिगो और अकासा से भी कम से कम तीन से चार उड़ानों को शामिल किया. तीन से चार उड़ानों को शामिल किया गया है. इस उद्देश्य आधिकारिक लॉन्चिंग से पहले सभी परिचालन प्रणालियों को देखना होगा. आईएलएस के लिए सभी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. इस बाद एयरोड्रम लाइसेंसिंग के लिए दिसंबर 2024 में एयरोनॉटिकल इंफॉर्मेशन पब्लिकेशन (एआईपी) के साथ प्रस्तुत किया जाएगा. ये वैश्विक विमानन स्टेकहोल्डर को नए हवाई अड्डे के बारे में सूचना प्रदान करेगा. एक बार ग्लोबल जानकारी होने पर फरवरी से ही टिकट बुकिंग की सुविधा होगी.
नियाल अधिकारियों ने तय किया है कि एयरपोर्ट पर पहले दिन से डॉमेस्टिक और इंटरनेशनल दोनों उड़ानों के संग कमर्शियल परिचालन आरंभ होगा. उद्घाटन के दिन कम से कम एक अंतरराष्ट्रीय उड़ान और कई घरेलू उड़ानें चालू होनी है.