अगले साल आसन्न उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) विधानसभा चुनाव से पहले जिन्ना को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्ष में जंग सी छिड़ गई है. सूबे की सियासत में इन दिनों लगभग हर रोज जिन्ना पर कोई न कोई बयान आ रहा है. आज़मगढ़ रैली में भी गृह मंत्री अमित शाह ने जिन्ना के बहाने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा. अब इस जिन्ना विवाद में केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान (Arif Mohammad Khan) का नाम भी जुड़ चुका है. उन्हें यह कहकर सनसनी फैला दी है कि मोहम्मद अली जिन्ना (Muhammad Ali Jinnah) के दादा तो हिंदू थे ही, बल्कि उनके पिता भी बचपन में हिंदू थे. उन्होंने बाद में इस्लाम धर्म ग्रहण किया था.
आरिफ मोहम्मद खान ने लगाया बड़ा आरोप
अखिल भारतीय संत समिति और काशी विद्वत परिषद की ओर से धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है. सिगरा के रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम में भारतीय राजनीति में मुस्लिम राजनीति के ऊपर एक सवाल-जवाब का सत्र चल रहा था. इसी दौरान एक ने मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर सवाल दाग दिया. सवाल का जवाब देने के दौरान आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि जिन्ना के दादा हिंदू थे. जिन्ना के पिता भी बचपन में हिंदू संस्कारों से पले बढ़े, लेकिन पक्की उम्र में आने के बाद उन लोगों ने मुस्लिम धर्म स्वीकार किया.
यह भी पढ़ेंः फेफड़ों का रोगी बना रही है दिल्ली की जहलीली हवा, सांस की समस्या बढ़ी
अलगाववादी अल्लामा इकबाल से भी प्रेरित थे जिन्ना
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बीएचयू के उर्दू विभाग ने एक वेबिनार आयोजित किया था. इसमें विवादित शायर अल्लामा इकबाल की तस्वीर लगाई गई थी. इस मामले पर बीएचयू ने लिखित रूप से गलती मानते हुए माफी भी मांगी थी. अल्लामा इकबाल के सवाल पर आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि अल्लामा इकबाल शुरुआती दौर में अपनी रचनाओं में भारतीय होने पर गर्व करते थे, लेकिन धीरे-धीरे उनकी रचनाओं में धर्म आधारित अलगाववाद का बोध होने लगा और उन रचनाओं से जिन्ना भी प्रभावित थे.
HIGHLIGHTS
- उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले जिन्ना पर रार तेज
- अब केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी इसमें कूदे
- जिन्ना के साथ-साथ अल्लामा इकबाल को भी घसीटा गया