बहराइच की सांसद और बीजेपी नेत्री सावित्रीबाई फुले ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा, आज में बहुत दुखी हूं, आज भारतीय जनता पार्टी के लोगो के मुँह से सुनने को मिलता है कि संविधान बदला जाएगा. न तो संविधान लागू किया जा रहा है न ही आरक्षण लागू किया जा रहा है, मेरी मांगो को सरकार द्वारा ठुकराया गया है, आज भाजपा सरकार बहुजनों के हित में कार्य नही कर रही है. बाबा साहब की प्रतिमा तोड़ी गयी है लेकिन उनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नही की गई है.
उन्होंने कहा, बीजेपी के मंत्री संविधान बदलने की बात करते हैं, बड़े नेता आरक्षण खत्म करने की बात करते हैं, अल्पसंख्यक लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है, केंद्र सरकार ने दावा किया था 15 लाख आएंगे, बहुजन समाज के इतिहास को मिटाया जा रहा है, देश का विकास न करके मन्दिर और मूर्तियां बनाई जा रही है. भारतीय संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है. बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देती हूं. मैं सांसद हूँ, जब तक कार्यकाल है सांसद रहूँगी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि हनुमान जी दलित थे, हनुमान दलित थे लेकिन मनुवादियों के खिलाफ थे, हनुमान जी दलित थे तभी राम ने उन्हें बंदर बना दिया, दलितों को मंदिर नही संविधान चाहिए.