लखनऊ में बेखौफ बदमाशों ने हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) की गला रेत कर हत्या कर दी. इस मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कमलेश तिवारी आईएसआईएस (ISIS) के आतंकियों के निशाने पर भी थे. 2017 में गुजरात एटीएस ने आईएसआई के उबैद मिर्जा और कासिम को गिरफ्तार किया था. गुजरात एटीएस के साथ सेंट्रल एजेंसी ने भी आतंकियों से पूछताछ की थी. इस दौरान दोनों आतंकियों ने कमलेश तिवारी का नाम लिया था.
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उबैद मिर्जा और कासिम को उनके हैंडलर ने वीडियो दिखाकर कमलेश तिवारी को मारने के लिए कहा था. बता दें कि गुजरात एटीएस ने चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश के बारे में भी खुलासा किया गया था. गुजरात एटीएस के पास कमलेश तिवारी से संबंधित आतंकियों की चैटिंग और सबूत भी मौजूद हैं. गुजरात एटीएस ने आतंकियों से पूछताछ में कमलेश तिवारी को लेकर हुए खुलासे की जानकारी सेंट्रल एजेंसी को भी दी थी.
बताया जा रहा है कि भगवा कपड़े पहने हमलावर मिठाई के डिब्बे में चाकू, कट्टा लेकर आए लखनऊ के खुर्शीद बाग इलाके में स्थित कमलेश तिवारी के दफ्तर में मिलने आए थे. पुलिस जांच में पता चला कि कमलेश तिवारी हत्याकांड में इस्तेमाल मिठाई का डिब्बा 16 अक्टूबर को सूरत की मिठाई के दुकान से खरीदा गया था. पुलिस मामले में आतंकी कनेक्शन की जांच में जुटी है.
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पुलिस जांच में पता चला है कि कमलेश तिवारी के नौकर स्वराष्ट्रजीत सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हमलावरों ने आने से पहले 10 मिनट तक कमलेश तिवारी से फोन पर बात की. उसके बाद जब हमलावर दफ्तर में आए तो उस वक्त सिक्योरिटी गार्ड सोया हुआ था. इससे दोनों शख्स सीधे कमलेश तिवारी से मिलने पहुंचे. कमलेश तिवारी से उन्होंने करीब आधे घंटे बात की.
इसके बाद हमलावरों ने मिठाई का डब्बा खोला और गर्दन रेतकर उनकी हत्या कर दी. हमलावरों की पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई. सीसीटीवी कैमरे में कैद वारदात के मुताबिक हमलावरों ने कमलेश तिवारी की ठोड़ी और सीने में चाकू से 15 से ज्यादा हमला किए हैं.