हिंदू समाज पार्टी के प्रमुख रहे कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी एटीएस और गुजरात एटीएस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस दोनों जांच एजेंसियों ने संयुक्त कार्रवाई के तहत कानपुर से यूसुफ खान को गिरफ्तार किया है. यूसुफ खान ने सूरत में हत्यारों को पिस्टल दी थी. ये आरोपी मूलरूप से यूपी के फतेहपुर का रहने वाला है.
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बता दें कि इससे पहले गुजरात एटीएस ने कमलेश तिवारी की हत्या के आरोपी मौलाना मोहसिन शेख, फैजान, और राशिद अहमद पठान को सूरत से गिरफ्तार किया था, जहां से यूपी पुलिस उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लेकर आई थी. अहमदाबाद की एक कोर्ट ने तीनों आरोपियों की ट्रांजिट रिमांड को मंजूरी दी थी. लखनऊ में तीनों आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है.
वहीं, हिंदू समाज पार्टी के प्रमुख रहे कमलेश तिवारी हत्याकांड की जांच कर रही एजेंसियों ने अंडरवर्ल्ड से जुड़े एक शख्स का फोन इंटरसेप्ट किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस शख्स ने कमलेश तिवारी की हत्या के बाद फोन किया था और कहा था कि तिवारी का मर्डर अंडरवर्ल्ड ने कराया है. हालांकि, जांच एजेंसियों का कहना है कि अभी तक पकड़े गए सभी आरोपियों से पूछताछ में किसी भी तरह का अंडरवर्ल्ड लिंक सामने नहीं आया है, लेकिन अंडरवर्ल्ड के इस दावे को गंभीरता लेते हुए जांच की जा रही है.
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अंडरवर्ल्ड के दावे को जांच एजेंसियां इसलिए भी गंभीरता से ले रही हैं, क्योंकि पहले भी अंडरवर्ल्ड द्वारा कई हिंदू नेताओं की हत्या की साजिश रची जा चुकी हैं. स्वामी चक्रपाणि को भी मारने की साजिश रची थी, छोटा शकील ने इस वारदात को अंजाम देने का प्लान बनाया था. हालांकि चक्रपाणि को मारने आए शूटर को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने रॉ के साथ मिलकर पकड़ लिया था. इसके अलावा अंडरवर्ल्ड ने शिया नेताओं की हत्या की भी साजिश रची थी. सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान में बैठे 'D कंपनी' के लोगों पर पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई ने भारत में कुछ बड़ा करने का दबाव बना रखा है.
कमलेश तिवारी की हत्या से तीखे तेवरों के लिए चर्चित अन्य कई हिंदू नेता भी विचलित हैं. वे अपनी सुरक्षा को लेकर खासे चिंतित हैं. ऐसे नेता, बीजेपी के बड़े नेताओं से संपर्क कर सुरक्षा की सिफारिश कराने के साथ सीधे गृह मंत्री अमित शाह से लेकर राज्य सरकारों को पत्र लिख रहे हैं. बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक, अपने बयानों से सुर्खियों में रहने वाले आधे दर्जन नेता सुरक्षा मांग चुके हैं. वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिन्हें न धमकी मिली है और न उन्होंने खुद सुरक्षा मांगी है, बल्कि उनके समर्थक इसके लिए गुहार लगा रहे हैं.
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सुरक्षा मांगने वाले हिंदू नेताओं में सबसे चर्चित नाम साध्वी प्राची का है. गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पत्र लिखकर वह सुरक्षा की गुहार लगा चुकी हैं. उन्होंने कहा था कि पिछले कुछ दिनों से हरिद्वार स्थित उनके आश्रम के आसपास कुछ संदिग्ध लोग टहलते मिले हैं, अनहोनी की आशंका है. साध्वी प्राची ने सीमा पार के आतंकी संगठनों के निशाने पर खुद के होने की बात कही. अखिल भारतीय हिंदू महासभा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजीव कुमार ने भी जान को खतरा बताया. इसी तरह, उत्तर प्रदेश नव निर्माण सेना के अध्यक्ष अमित जानी को भी जान से मारने की धमकी मिल चुकी है.
एक और हिंदू नेता उपदेश राणा ने अंतरराष्ट्रीय कॉल के जरिए जान से मारने की धमकी मिलने की बात भी कही थी. उनके समर्थकों ने मध्य प्रदेश के माकड़ौन थाने में एफआईआर दर्ज कराई. सोशल मीडिया से लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में हिंदू संगठनों के बुलावे पर तीखे भाषणों के लिए चर्चित पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने खुद तो सुरक्षा नहीं मांगी है, मगर ट्विटर पर उनके समर्थक सरकार से मांग कर रहे हैं. सूत्र बता रहे हैं कि इसके अलावा भी कई और नेताओं ने सुरक्षा की गुहार लगाई है.