हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) हत्याकांड में पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है. बताया जा रहा है कि कमलेश तिवारी के हत्यारे सूरत से लखनऊ आने के बाद लालबाग के होटल खालसा इन में रुके थे. होटल प्रबंधन ने शनिवार को इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस को हत्यारों के कमरे (जी-103) में खून से सने भगवा कपड़े, हत्या में इस्तेमाल चाकू और बैग बरामद हुए हैं.
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पुलिस के मुताबिक, संभावना है कि इसी चाकू से आरोपियों ने कमलेश तिवारी की हत्या की थी. फिलहाल, फॉरेंसिक रिपोर्ट आने का इंतजार है. हत्यारों के होटल से पुलिस को खून से सने भगवा कपड़े, हत्या में इस्तेमाल चाकू और बैग के अलावा शेविंग क्रीम, ब्लेड समेत कई और चीजें भी मिली हैं. होटल में दोनों युवकों ने आईडी के तौर पर अपना आधार कार्ड दिया था. आधार कार्ड से हत्यारों की पहचान सूरत निवासी शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद के रूप में हुई.
बता दें कि डीजीपी ने शनिवार को जब इस हत्याकांड का खुलासा किया तो सिर्फ साजिशकर्ताओं के ही नाम बताए गए थे. हालांकि, गुजरात एटीएस ने यूपी पुलिस को हत्यारों के नाम भी बता दिए थे पर पुलिस इन दोनों के नामों का खुलासा करने से बच रही थी. रविवार को होटल खालसा इन में हत्यारों के रुके होने का खुलासा होने के बाद इनके नाम सार्वजनिक कर दिए गए.
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दो घंटे 43 मिनट में पूरी वारदात कर होटल लौटे
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि होटल के दस्तावेजों से पता चला कि अशफाक और मोइनुद्दीन 17 अक्तूबर की रात 11:08 बजे होटल में प्रवेश किये थे। फिर दूसरे दिन सुबह साढ़े 10:38 बजे होटल से भगवा वेश में निकले। दो घंटे 43 मिनट में ही पूरी वारदात कर दोपहर में एक बजकर 21 मिनट पर होटल लौटे। यहां कपड़े बदले और 16 मिनट बाद ही होटल से निकल गए।
आरोपियों ने होटल से नहीं किया था चेक आउट
हत्यारों ने 17 अक्टूबर की रात रिसेप्सन पर मौजूद मैनेजर से 1300 रुपये प्रतिदिन किराये पर कमरा तय किया था. एक हजार रुपये एडवान्स दिए थे और रात में रोटी-सब्जी मंगवा कर खायी थी. दूसरे दिन भगवा वेश में निकलने के बाद जब लौटे तो आनन-फानन कपड़े बदल कर फिर निकले गए थे. दोनों ने होटल से चेक आउट भी नहीं किया था. 18 अक्तूबर को दोपहर 1:37 पर निकलते समय रिसेस्पशन पर मौजूद महिला कर्मचारी को चाभी देकर दोनों ने यह कहा था कि कुछ देर बाद आएंगे.
होटल मालिक ने पुलिस को सूचना दी
शुक्रवार रात और शनिवार को दिनभर जब ये नहीं लौटे तो होटल कर्मचारियों को शक हुआ. हत्यारों की फोटो भी वायरल हो चुकी थी. इन फोटो को जब होटल मैनेजर ने देखा तो उन्हें शक हुआ कि कहीं अचानक गायब हुए दोनों युवक हत्यारे ही तो नहीं थे. इस पर एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी को होटल मालिक हेमराज ने सूचना दी. शनिवार रात को पुलिस मौके पर पहुंची तो कमरा खोला गया.
खून लगे कपड़े, तौलिया व चाकू मिला
पुलिस का कहना है कि कमरे में भगवा और लाल रंग का कुर्ता मिला. इसमें खून लगा हुआ था. फोल्ड होने वाला थोड़ा लंबा चाकू भी मिला. इस पर खून के निशान थे. इसके साथ ही खून लगा तौलिया, जियो मोबाइल का नया डिब्बा, लोअर, बैग, चश्मा का डिब्बा, सेविंग किट मिली. इस कमरे को पुलिस ने सील करा दिया है. फोरेंसिक विशेषज्ञों ने होटल के कमरे से कई साक्ष्य जुटाए हैं.
लीज पर है होटल
पुलिस ने होटल मालिक के बारे में भी पूरी पड़ताल की. यह होटल आर्यनगर, नाका के हरविंदर सिंह का है जो उसने लीज पर राजस्थान के सवाई माधोपुर निवासी हेमराज सिंह को दे रखा है. होटल से पुलिस ने फुटेज अपने कब्जे में ले लिए हैं.