हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की मां कुसुम तिवारी ने सरकारी मदद लेने से इनकार कर दिया है. उन्होंने सरकार की ओर दी गई 15 लाख की मदद को अपर्याप्त बताया है. कुसुम तिवारी ने यह भी कहा है कि सीतापुर में सरकारी आवास का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि लखनऊ में सरकारी आवास की बात हुई थी. बता दें कि प्रदेश सरकार की ओर से मृतक कमलेश तिवारी के परिजनों को आर्थिक मदद के तौर पर 15 लाख रुपये की मदद दी गई है. इसके अलावा उनकी पत्नी को सीतापुर में आवास की सुविधा प्रदान की गई है.
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कमलेश तिवारी की हत्या के बाद उनके परिवार ने सरकार के सामने 9 मांगे रखी थीं. उन्हीं के तहत सरकार की तरफ से आर्थिक मदद जारी की गई है. सीतापुर के जिला मजिस्ट्रेट अखिलेश तिवारी ने बुधवार देर शाम कमलेश तिवारी की पत्नी को 15 लाख रुपये का चेक सौंपा. मुख्यमंत्री की ओर से कहा गया कि कमलेश तिवारी की पत्नी को सीतापुर के गांव महमूदाबाद में सरकारी मकान मिलेगा.
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कमलेश तिवारी की 18 अक्टूबर को उनके आवास में दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. हत्यारों ने कमलेश तिवारी के बाए जबड़े पर गोली मारने के बाद उनका गला रेत दिया था. गोली पीठ में जाकर फंस गई थी. उनके शरीर के ऊपरी हिस्से में चाकू के 13 घाव पाए गए. हत्यारे घटना को अंजाम देकर फरार हो गए थे. मंगलवार को दोनों हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया गया. हत्या के मुख्य आरोपित अशफाक शेख और मोईनुद्दीन पठान को राजस्थान की सीमा पर शमलाजी के पास से गुजरात एटीएस ने गिरफ्तार किया. दोनों आरोपितों को लखनऊ लाने के लिए यूपी पुलिस की चार सदस्यीय टीम गुजरात पहुंची है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो