कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस को कुछ और अहम सुराग हाथ लगे हैं. जिस होटल में कमलेश तिवारी के हत्यारे ठहरे थे, पुलिस को उसके के बारे में पता चला है. यह होटल राजधानी लखनऊ के कैसरबाग थाना इलाके में स्थित लालबाग खालसा होटल है. जांच के लिए पहुंची पुलिस को वहां से हत्यारों के खून से रंगे भगवा कपड़े मिले हैं. इसके अलावा एक बैग, जियो फोन का डिब्बा, सेविंग किट और चश्मे का डिब्बा इत्यादि सामान बरामद किया गया है.
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इस हत्याकांड में जारी एक प्रेस नोट के मुताबिक, होटल व्यवसायी के माध्यम से सूचना मिली थी कि थाना कैसरबाग स्थित लालबाग के खालसा-इन होटल में दो संदिग्ध व्यक्ति ठहरे थे. इस सूचना पर लखनऊ पुलिस वहां पहुंची और फील्ड यूनिट को भी मौके पर बुलाया गया. यह होटल आर्य नगर नाका निवासी हरविंदर सिंह का है, जिसे राजस्थान के सवाई माधोपुर निवासी हेमराज सिंह ने लीज पर ले रखा था.
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होटल के रजिस्टर और उसमें दर्ज आईडी की जांच के बाद दोनों संदिग्धों हत्यारों की पहचान का भी पता चला है. रजिस्टर में दोनों संदिग्धों के नाम शेख असफाक हुसैन पुत्र जाकिर हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद निवासी 304 जिलानी अपार्टमेंट प्लॉट नंबर 15-16 पद्मावती सोसाइटी लिंबायत सूरत सिटी, गुजरात अंकित होना पाया गया है. होटल रजिस्टर के आधार पर पता चला है कि ये संदिग्ध 17 अक्टूबर को रात 11.08 बजे आकर ठहरे थे और अगले दिन यानी 18 अक्टूबर को 10.38 बजे चले गए.
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होटल के कमरे में निरीक्षण के दौरान अलमारी में बैग, लोअर, लाल रंग का कुर्ता आदि सामान पड़ा मिला. बेड पर भगवा रंग का कुर्ता पड़ा, जिस पर खून के धब्बे लगे थे. वहां पड़ी तौलिया पर भी खून के धब्बे लगे हुए थे. इसके अलावा भी कमरे में कई सामान बरामद किए गए हैं. जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने होटल के कमरे को बंद कर दिया है और आगे की कार्रवाई में जुटी है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो