उत्तर प्रदेश की इटावा जेल से एक युवक सजा काटकर रिहा होता है. दूसरी तरफ उसके घरवाले राह देख रहे होते हैं कि अब वह घर लौटकर आने वाला है. इस बीच उन्हें खबर मिलती है कि उसकी मौत हो चुकी है. दरअसल, व्यक्ति जेल से छूटता तो है लेकिन अपने घर लौटते वक्त वह सड़क दुर्घटना का शिकार हो जाता है जिसमें उसकी जान चली जाती है. घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में शोक की लहर दौड़ जाती है. मृतक का नाम 45 वर्षीय विजय कुमार है.
कैसे हुआ हादसा
बता दें कि यह पूरा मामला कन्नौज से जुड़ा है, मृतक विजय थाना गुरसहायगंज क्षेत्र का निवासी था और हत्या के मामले में इटावा जेल में बंद था. बीते दिन वह जेल से रिहा हुआ था. सजा काटने के बाद वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ ऑटो में सवार होकर घर लौट रहा था.
इस बीच लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के तालाग्राम क्षेत्र में एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो पीछे से ऑटो को जोरदार टक्कर मार देती है. टक्कर इतनी जोरदार होती है कि ऑटो के परखच्चे उड़ जाते हैं.
इस हादसे में जेल से रिहा हुए विजय कुमार और उसकी बेटी की मौके पर मौत हो जाती है. वहीं पत्नी और ऑटो चालक की हालत गंभीर बताई जा रही है. दोनों को तिर्वा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है, जहां उनका इलाज जारी है.
क्यों जेल बंद था विजय कुमार
दरअसल, मृतक विजय कुमार ने 21 मई 2012 में छोटेलाल निवासी ग्राम पडुआपुर (पोस्ट गुगरापुर) की खेत में गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस केस में पांच लोगों के खिलाफ FIR दर्ज हुई थी. मुख्य आरोपी विजेंद्र कुमार था, बाकी आरोपियों में बाबू, राम बाबू , छविराम और खुद विजय कुमार शामल था. विजय को पहले अनौगी जिला जेल में कैद रखा था, कुछ समय के लिए अपील पर बाहर आया था, उसके बाद उसे इटावा जिला जेल भेज दिया गया. कल (12 अगस्त) जब वह 9 साल की सजा काट कर घर लौट रहा था, तभी सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई.
इस मामले को लेकर पुलिस अधिकारी ने बताया कि केस की जांच-पड़ताल की जा रही है, यदि शिकायत मिलती है तो उसके आधार कार्यवाही की जाएगी. फिलहाल, हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई थी. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, जबकि घायलों का नजदीकी अस्पताल में इलाज चल रहा है.