कानपुर में दर्दनाक सड़क हादसे में 17 लोगों की मौत के बाद इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जिस बस ने टैंपो को टक्कर मारी थी, इसके चालक और कंडक्टर ने शराब पी रखी थी. उन्नाव चलने के बाद बस फजलगंज पर आकर रुकी थी, जहां एक ठेके पर बस के दोनों चालकों ने शराब पी. हादसे के दौरान बस में सवार एक यात्री ने इस बात का खुलासा किया तो स्थानीय विधायक ने भी इसकी पुष्टि की. साथ में हादसे को लेकर आरटीओ विभाग की लापरवाही भी सामने आई है. फिलहाल इस घटना को लेकर एडीजी जोन और पुलिस कमिश्नर ने सीओ सदर, एसडीएम और आरटीओ की एक संयुक्त टीम बनाकर जांच के आदेश दिए हैं.
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बस के एक यात्री ने बताया कि पहले तो बस को काफी देर रोका गया और चालकों ने शरीब पी. इसके बाद बस में डीजल डलवाया गया था. यात्री ने बताया कि डीजल डलवाने के बाद चालक ने पेट्रोल पंप के ही तीन चक्कर लगाए. जब पूछा गया तो बस चालकों ने उन्हें धमकाया. यह यात्री अकबरपुर से सांसद देवेंद्र सिंह भोले को घटना की जानकारी दे रहा था. वहीं स्थानीय विधायक अभिजीत सांगा ने बताया कि घटनास्थल पर आने के बाद उन्हें पता चला और लोग बता रहे हैं कि बस चालक अनियंत्रित था. बस के यात्री भी कह रहे हैं कि ड्राइवर और कंडक्टर ने शराब पी रखी थी.
उधर, इस मामले में आरटीओ विभाग की लापरवाही की भी बात कही जा रही है. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रास्ते में आरटीओ कर्मियों ने बस की चेकिंग की थी, मगर शराब पीए हुए बस चालक को आरटीओ कर्मियों ने आगे जाने दिया. इसके बाद यह हादसा हुआ. बता दें कि कानपुर नगर से कुछ दूर सचेंडी थाना क्षेत्र के पास तेज से जा रही एक बस ने टैंपो को जोरदार टक्कर मार दी. हादसे में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुछ लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
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जानकारी की अनुसार, यह घटना सचेंडी थाना क्षेत्र हुई, जो कि कानपुर आउटर में पड़ता है. टैंपो में कुछ लोग सचेंडी के गांव से चढ़े थे. यह बिस्कुट फैक्टरी में काम करते थे. यह बस लखनऊ से दिल्ली की तरफ जा रही थी. यह प्राइवेट बस थी. गाड़ियां पलटते ही उसमें बैठी सवारियों में चीख-पुकार मचने लगी. इस भयावह दृश्य को वहां मौजूद जिस किसी शख्स ने भी देखा उसके होश ही उड़ गए. इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं टक्कर के बाद बस लोडर के परखच्चे उड़ गए. वह पूरी तरह से कबाड़ बन गया. लोग मदद के लिए आगे भी आए. घटना के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने देर न करते हुए पुलिस और कंट्रोल रूम को हादसे की जानकारी दी.
घटना की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अलमा चौकन्ना हो गया. आनन-फानन पुलिस की गाड़ियों और सचेंडी पीएचसी-सीएचसी से एंबुलेंस मौके पर पहुंची. सूचना पर पहुंची पुलिस ने टेंपो के अंदर फंसे गंभीर रूप से घायलों को सबसे पहले बाहर निकाला. इसके बाद घटनास्थल पर पहुंची दर्जनभर एंबुलेंस सभी को लेकर लाला लाजपत राय एलएलआर अस्पताल रवाना हुईं. लेकिन इस घटना में 17 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. अभी भी कुछ लोग मौत से जंग लड़ रहे हैं. घायलों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.
HIGHLIGHTS
- कानपुर हादसे में गई 17 लोगों की जान
- बस और टैंपो में हुई थी भयंकर भिड़ंत
- टैंपो के उड़े परखच्चे, बस भी पलट गई