कानपुर के मंधना में जीटी रोड चौड़ीकरण कार्य के दौरान मंगलवार को किराना कारोबारी की दुकान के पास खोदाई के दौरान भूमि में दबी एक पुरानी तिजोरी मिली. तिजोरी को देखते-देखते लोगों की भीड़ जुटने लगी. कुछ लोगों ने तो तिजोरी पर अपना दावा भी कर दिया. जब लोगों ने उसे खोलने की कोशिश की तो उसे खोला नहीं जा सका. कुछ लोगों ने तिजोरी पर अपना दावा जताते हुए उसे खोलने के लिए कहा, लेकिन लॉक होने से खोला नहीं जा सका. बाद में थाना प्रभारी व नायब तहसीलदार ने आकर तिजोरी को सील करके थाने के मालखाने में जमा कराया.
यह भी पढ़ेंः तीरथ सिंह रावत होंगे उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री, आज ही ले सकते हैं शपथ
जानकारी के मुताबिक कानपुर के बहलोलपुर गांव निवासी कारोबारी दिनेश त्रिवेदी की दुकान के पास मलबा और अतिक्रमण हटाने के दौरान खोदाई की जा रही थी. खोदाई के दौरान फर्श के नीचे एक तिजोरी दिखाई दी. तिजोरी को जब बाहर निकाला गया तो उस पर ताला तो नहीं था लेकिन वह ऊपर से लॉक थी. तिजोरी मिलने के बाद कुछ लोगों ने तिजोरी में पुराना खजाना होने की अफवाह फैला दी. तिजोरी मिलते ही आसपास गांवों के सैकड़ों लोग पहुंच गए. वहीं सूचना पर चौकी प्रभारी मो. मतीन खान व थाना प्रभारी अमित मिश्रा भी पहुंचे. उन्होंने देखा कि एक लोहे की रॉड के नीचे लॉक बंद था. जेसीबी की मदद से तिजोरी को बाहर निकाला गया. पहले उसे चौकी ले जाकर उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई.
यह भी पढ़ेंः विधानसभा में रो पड़े मनोहर लाल खट्टर, बोले- सारी रात सो नहीं पाया
मामले की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर नायब तहसीलदार विराग करवरिया भी पहुंचे. उन्होंने तिजोरी को बिठूर थाने के मालखाने में भेजा. नायब तहसीलदार ने बताया कि उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है. कुछ लोगों ने तिजोरी पर अपना दावा किया है. दस्तावेज देखने के बाद तिजोरी को खोला जाएगा. तिजोरी की जानकारी पर दुकान मालिक अरुण मिश्रा भी चौकी पहुंचे. उन्होंने बताया कि उनके बाबा स्व. रामगोपाल मिश्रा से ही किराना कारोबारी ने वर्षों पहले दुकान किराये पर ली थी. उन्होंने दावा किया कि यह तिजोरी उनके बाबा की है. अधिकारियों ने कमेटी गठित करने के बाद तिजोरी को खोलने का भरोसा दिलाया.
HIGHLIGHTS
- खोदाई के दौरान मिली थी तिजोरी
- तिजोरी को पुलिस ने मालखाने में कराया जमा
- कई लोगों ने तिजोरी पर किया दावा